
आरा की अधिष्ठात्री देवी है मां आरण्य देवी
आरा (भोजपुर)।
शारदीय नवरात्र के नौंवे दिन शुक्रवार को देवी दुर्गा के पूजन करने के लिए पूजा पंडालों एवं मंदिरों में भारी भीड़ उमड़ी रही। मां आरण्य देवी मंदिर के मीडिया प्रभारी कृष्ण कुमार ने बताया कि शहर की अधिष्ठात्री देवी मां आरण्य देवी के मंदिर में पूजन एवं दर्शन को लेकर महानवमी की अहले सुबह एक बजे से ही महिला-पुरुष श्रद्धालु भक्तों का जनसैलाब उमड़ पडा। लोगों को देवी दर्शन के लिए घंटों कतार में खड़ा रहना पड़ा। मां आरण्य देवी की मूर्ति एवं मंदिर परिसर को आकर्षक ढ़ंग से फूलों द्वारा सजाया गपया।

भीड का आलम यह था कि महिला-पुरुष भक्तो की लाइन आरण्य देवी, व्यापार मंडल से पडाव मोड तक पहुंच गई। यह सिलसिला देर शाम तक चली। गोधूली बेला में मंदिर में दर्शन करने वाले एवं दीप जलाने वालों की भीड़ उमड़ पड़ी। हालांकि मां आरण्य देवी मंदिर विकास ट्रस्ट एवं पुलिस-प्रशासन द्वारा श्रद्धालु भक्तों की भारी भीड़ को देखते हुए को दीप जलाने एवं नारियल फोड़ने की सख्त मनाही की गई थी। पुलिस – प्रशासन की टीम, आरण्य देवी मंदिर विकास ट्रस्ट के पदाधिकारी, सदस्य,सेवक, स्थानीय वोलिंटियर आदि ने लोगों को कतारबद्व कराकर मां आरण्य देवी के दर्शन करा रहे थे। मौके पर नगर थानाध्यक्ष देवराज सहित महिला-पुरुष जवान अपने कर्तव्य को निभाते रहें। इस मौके पर मां आरण्य देवी मंदिर विकास ट्रस्ट के मुख्य संरक्षक भीम सिंह भवेश, सचिव अरविंद पांडेय, कोषाध्यक्ष श्रवण जलान, गजेंद्र सिंह, संतोष कुमार सिंह, राजू मेहता, पुजारी मनोज बाबा, रंगनाथ मिश्रा, संजय मिश्रा, राजीव रंजन, अशोक सिंह, नवीन प्रकाश, मिथलेश कुशवाहा, आलोक अंजन,राजू भाटिया, सुमित सरावगी, सोनू सरावगी, सोनू उर्फ रिशु, रविशंकर समेत ट्रस्ट के स्टाफ भी सक्रिय दिखे।
ट्रस्ट द्वारा वितरित किया गया प्रसाद
शारदीय नवरात्र के महानवमी तिथि के दिन मां आरण्य देवी मंदिर में दर्शन करने आए भक्त श्रद्वालुओ के बीच मां आरण्य देवी मंदिर विकास ट्रस्ट के द्वारा प्रसाद वितरित किया गया। इस दौरान भक्तों के बीच बेसन से निर्मित बुंदिया व मुड़ी का वितरण किया गया।
दान व सहयोग देने के लिए भक्तों में मची रही होड
मां आरण्य देवी के भव्य मंदिर निर्माण को लेकर दान एवं सहयोग देने के लिए भक्तों में होड़ मची रही। मंदिर ट्रस्ट के मीडिया प्रबंधक कृष्ण कुमार ने बताया की नवरात्र में हजारों की संख्या में भक्तों ने दिल खोलकर दान दिया। दान देने के पश्चात लोगो ने कूपन व रसीद लिए। क्यूआर कोड तथा चेक के माध्यम से भी श्रद्धालु भक्तों ने माता के भव्य मंदिर निर्माण में सहयोग किया।
ब्यूरो रिपोर्ट: अनिल कुमार त्रिपाठी