
महामना मिशन की 15वां राष्ट्रीय अधिवेशन की हुई शुरूआत
ब्यूरो रिपोर्ट
बिहटा/पटना।
हिंदी दिवस के अवसर पर आईआईटी पटना में राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया।
संगोष्ठी का विषय भारत के नवनिर्माण में राष्ट्र भाषा हिंदी की भूमिका और महामना पंडित मदनमोहन मालवीय का योगदान पर था। इसके साथ ही महामना मिशन का 15वां राष्ट्रीय अधिवेशन भी इस अवसर पर शुरू किया गया।
आयोजन में मुख्य अतिथि के तौर पर आए बिहार विधानसभा अध्यक्ष नंदकिशोर यादव ने दीप प्रज्ज्वलित कर महामना मालवीय जी की छाया चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की। उनके साथ रहे आईआईटी पटना के निदेशक प्रो टी एन सिंह, डॉ शंकर विनायक तत्ववादी, महामना मालवीय मिशन के राष्ट्रीय सचिव वेद प्रकाश, राष्ट्रीय कार्यकारिणी अध्यक्ष हरिशंकर सिंह, आईआईटी के कुलसचिव संजय सिंह समेत कई गणमान्य लोगों ने भी पुष्पांजलि अर्पित किया।

विधानसभा अध्यक्ष नंदकिशोर यादव ने मालवीय जी के जीवन पर प्रकाश डाला कि किस तरह उन्होंने देश की आजादी, देश की शिक्षा और आधुनिक भारत के निर्माण में अपना पूरा जीवन समर्पित कर दिया।

वहीं आईआईटी निदेशक प्रो० टीएन सिंह ने कहा कि महामना और हिंदी एक दूसरे के पर्यायवाची हैं। उन्होंने बताया कि आज के इस संगोष्ठी ने हिंदी भाषा के महत्व को न केवल रेखांकित किया बल्कि पंडित मदनमोहन मालवीय के अनमोल योगदान की भी सराहना की जो भारतीय शिक्षा और संस्कृति के महान हस्ताक्षर हैं।

वहीं महामना मालवीय मिशन के राष्ट्रीय सचिव वेद प्रकाश ने कहा कि अपने व्यवहार के मृदुभाषी रहे मालवीय जी ब्रम्हचर्य, देशभक्ति, आत्मत्याग, और सत्य में अद्वितीय थे। शिक्षा के प्रतीक मालवीय जी मानना था कि देश की प्रगति तभी संभव होगा जब हर नागरिक सुशिक्षित हों।
वहीं राष्ट्रीय कार्यकारिणी अध्यक्ष हरिशंकर सिंह ने कहा कि सरल स्वभाव के प्रिय महामना मदनमोहन मालवीय जी कि हिंदी की उत्थान में उनकी प्रमुख भूमिका ऐतिहासिक है आज उनकी वजह से ही हिन्दी की स्वीकार्यता लगातार विश्वस्तर पर बढ़ रही है।
वहीं डॉ शंकर विनायक तत्ववादी ने हिंदी की विशिष्टता पर जोर देते हुए कहा कि मातृभाषा के विकास के बिना राष्ट्र की उन्नति संभव नहीं हो सकती। वहीं कादंबरी में विष्णु के सहस्त्रनाम पर चर्चा कर मालवीय जी की जीवन पर व्याख्या किया।
हिंदी दिवस के मौके पर आयोजन में आए हुए अतिथियों ने उत्कृष्ट कार्य करने वाले व्यक्तियों को सम्मानित किया। वहीं आयोजन में देश के कई इलाकों से आए प्रतिभागियों ने भी अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। वहीं कार्यक्रम में आलोक कुमार, आर०के० चतुर्वेदी, मृत्युंजय कुमार पाण्डेय, शिवजी चतुर्वेदी समेत कई गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे।