पटना।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को बिहटा में दो बड़े इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स का निरीक्षण किया। पहला—राज्य आपदा मोचन बल (SDRF) के निर्माणाधीन मुख्यालय परिसर और दूसरा—बिहटा-दानापुर फोरलेन एलिवेटेड सड़क परियोजना। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि दोनों परियोजनाओं को प्राथमिकता देते हुए तेजी से पूर्ण किया जाए ताकि आम जनता को समय से सुविधाएं मिल सकें।

बिहटा स्थित SDRF मुख्यालय परिसर के निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री ने प्रशासनिक भवन के प्रथम और तृतीय तल का अवलोकन किया। भवन निर्माण विभाग के सचिव कुमार रवि ने उन्हें SDRF कैंपस की पूरी कार्ययोजना की जानकारी दी। बताया गया कि परिसर में प्रशासनिक भवन, ऑडिटोरियम, क्वार्टर मास्टर स्टोर, राष्ट्रीय स्तर का स्वीमिंग पूल, बैरक, चिकित्सकों के लिए आवास, प्रशिक्षण केंद्र, खेल-कूद के लिए मैदान सहित तमाम आधुनिक सुविधाएं तैयार की जा रही हैं। मुख्यमंत्री ने सभी निर्माणाधीन और तैयार हो चुके भवनों की गुणवत्ता, उपयोगिता और सुविधाओं का बारीकी से अवलोकन किया और सोलर पैनल लगाने की सख्त हिदायत दी।

इसके बाद मुख्यमंत्री ने बिहटा-दानापुर एलिवेटेड रोड परियोजना का भी निरीक्षण किया, जो पटना-बक्सर फोरलेन का एक अहम हिस्सा है। कुल 25.081 किमी लंबी यह सड़क दानापुर स्टेशन से शुरू होकर कोईलवर ब्रिज को जोड़ेगी। इस प्रोजेक्ट में चार बायपास—नेऊरागंज, पैनाल, कन्हौली और विशुनपुरा—निर्माणाधीन हैं। 1969.39 करोड़ की लागत से बन रही इस सड़क के निर्माण की जिम्मेदारी CEGAL इंडिया लिमिटेड को सौंपी गई है। यह परियोजना अभी तक 30.07 प्रतिशत पूर्ण हो चुकी है और पहला चरण समय से दो महीने पहले ही पूरा कर लिया गया है।

मुख्यमंत्री को अधिकारियों ने बताया कि इस फोरलेन एलिवेटेड सड़क में कुल 387 पिलरों में से 289 पर काम जारी है। इसके तहत 4 बड़े पुल, 10 छोटे पुल, 37 पुलिया और एक अंडरपास भी बन रहे हैं। इस सड़क के बन जाने से कोईलवर से दानापुर की दूरी घटेगी, यातायात सुगम होगा और पटना-बिहटा हवाई अड्डे की कनेक्टिविटी को नई रफ्तार मिलेगी। इसके साथ ही, भारी वाहनों की आवाजाही से होने वाली देरी और ईंधन की बर्बादी में भी कमी आएगी।

निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री के साथ बिहार के विकास आयुक्त प्रत्यय अमृत, पथ निर्माण विभाग के सचिव संदीप पुदुकलकट्टी, बीएसआरडीसी के एमडी शीर्षत कपिल अशोक, पटना प्रमंडल के आयुक्त डॉ. चंद्रशेखर सिंह, जिलाधिकारी डॉ. त्यागराजन एसएम, एसएसपी कार्तिकेय के कुमार, SDRF कमांडेंट राजेश कुमार सहित कई वरीय अधिकारी मौजूद रहे। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि कार्य में कोई लापरवाही नहीं होनी चाहिए और तय समय-सीमा से पहले दोनों योजनाएं पूरी हों, जिससे जनता को शीघ्र लाभ मिल सके।

ब्यूरो रिपोर्ट