
ब्यूरो रिपोर्ट
बिक्रम/पटना।
बिक्रम नगर स्थित अनुमंडलीय त्रिभुवन पुस्तकालय में हिंदी दिवस के अवसर पर निबंध एवं भाषण प्रतियोगिता का आयोजन हुआ।

हिंदी एवं हिंदी दिवस की महत्व विषय पर आयोजित निबंध एवं भाषा प्रतियोगिता में विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे आशुतोष कुमार, श्रवण कुमार, सुमन कुमारी, मुकेश कुमार, दीपक कुमार सहित अन्य छात्र-छात्राओं ने हिस्सा लिया।
उक्त अवसर पर सह संरक्षक शशांक शेखर ने कहा कि हिन्दी एक सरल, समृद्ध होने के साथ-साथ हिन्द की भाषा है। हमें महान हिन्दी साहित्य साधकों पर गर्व है। हिन्दी सिर्फ भारत में नहीं बल्कि विश्व के देशों में बोलचाल की भाषा है।

उक्त अवसर पर संरक्षक पंकज कुमार द्विवेदी ने हिन्दी दिवस की महत्ता के साथ हीं अनुमंडलीय त्रिभुवन पुस्तकालय के इतिहास पर प्रकाश डालते हुए कहा कि वर्ष 1940 में उनके पिता दतियाना गांव निवासी स्व० यज्ञेश नारायण द्विवेदी ने निजी भूखंड पर स्थापना किया था। शिक्षा के इस महाकेंद्र का अब तक लम्बा इतिहास रहा है। वर्तमान समय में यहां साधनविहीन छात्र-छात्राओं को प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी की व्यवस्था दी गई है।

वहीं पुस्तकाध्यक्ष प्रतिमा कुमारी, रवींद्र पाठक, अरुण कुमार आजाद, वाल्मीकि शर्मा, कमलेश शर्मा, प्रमोद शर्मा, झूलन सिंह, रंजय कुमार सहित अन्य उपस्थित थे।