फुलवारी शरीफ।

बिहार वेटरिनरी कॉलेज, पटना में आज “वेटरिनरी होम्योपैथी विजनरी: समग्र चिकित्सा पद्धति और डिजिटल स्वास्थ्य एवं इमेजिंग में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के नवीनतम नवाचारों का एकीकरण” विषय पर एक विशेष व्याख्यान आयोजित किया गया. यह व्याख्यान डॉ. सुरजीत सिंह मक्कर, पूर्व संयुक्त निदेशक (पशुपालन), पंजाब एवं आईआईएससी बेंगलुरु से डिजिटल हेल्थ एवं इमेजिंग में उन्नत एआई प्रमाणित विशेषज्ञ द्वारा दिया गया.

कार्यक्रम में क्लीनिकल और पैरा-क्लीनिकल विभागों, एलपीएम, एलएफसी के शिक्षकों, क्लीनिकल विभागों के पीजी छात्र एवं इंटर्नशिप कर रहे छात्रों ने भाग लिया.

डॉ. मक्कर ने वेटरिनरी चिकित्सा में होम्योपैथी की उपयोगिता एवं प्रभावशीलता पर विस्तार से चर्चा करते हुए  बताया कि होम्योपैथी एक समग्र चिकित्सा प्रणाली है जो शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को सक्रिय कर रोगों को जड़ से समाप्त करने में सहायक होती है.उन्होंने पशु चिकित्सा में एलएसीएम  पद्धति – लोकेशन, एटियोलॉजी, कॉनकॉमिटेंट एवं मोडालिटी को समझाने के साथ-साथ नक्स वोमिका, आर्सेनिकम, पल्सेटिला, सेपिया, फॉस्फोरस एवं सिलिका जैसी होम्योपैथिक दवाओं के पशु चिकित्सा में उपयोग पर जानकारी दी.

उन्होंने यह भी बताया कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस  का उपयोग वेटरिनरी होम्योपैथी में किस प्रकार क्रांतिकारी परिवर्तन ला सकता है, जिससे रोग निदान एवं उपचार अधिक सटीक और प्रभावी हो सकेगा.

इस अवसर पर डीन डॉ. जे.के. प्रसाद भी उपस्थित रहे. उन्होंने कहा कि “पशु चिकित्सा में होम्योपैथी एक किफायती और प्रभावी उपचार पद्धति है.साथ ही, एआई तकनीक का समावेश इसे और अधिक वैज्ञानिक एवं आधुनिक बना सकता है, जो पशुपालकों एवं वेटरिनरी चिकित्सकों के लिए फायदेमंद साबित होगा.

ब्यूरो रिपोर्ट अजीत यादव