पटना। प्रेम यूथ फाउंडेशन की ओर से गोविंदपुर में विकसित भारत संकल्प सभा का आयोजन किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में युवाओं, सामाजिक कार्यकर्ताओं एवं आम नागरिकों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। कार्यक्रम का उद्देश्य युवाओं को विकसित, आत्मनिर्भर और समावेशी भारत के निर्माण के लिए प्रेरित करना रहा।
सभा को संबोधित करते हुए मेरा युवा भारत के स्वयंसेवक हिमांशु शर्मा ने कहा कि विकसित भारत केवल सरकारी योजनाओं से नहीं बनेगा, बल्कि ईमानदार, जागरूक और संकल्पबद्ध युवाओं से बनेगा। उन्होंने कहा कि आज का युवा यदि राष्ट्रहित को सर्वोपरि रखकर कार्य करे, अंतिम व्यक्ति तक सोचकर योजनाएँ बनाए और नौकरी खोजने वाला नहीं बल्कि नौकरी देने वाला बने, तो भारत को विकसित राष्ट्र बनने से कोई शक्ति नहीं रोक सकती। उन्होंने यह भी कहा कि विकसित भारत का अर्थ केवल भौतिक विकास नहीं, बल्कि सामाजिक न्याय, आर्थिक सशक्तिकरण, महिला सम्मान और युवा सशक्तिकरण है।
वहीं प्रेम यूथ फाउंडेशन के संस्थापक एवं गांधीवादी विचारक प्रेम कुमार ने अपने संबोधन में कहा कि विकसित भारत की नींव आत्मनिर्भरता पर टिकी है। जब तक युवा अपने पैरों पर खड़ा नहीं होगा, तब तक देश पूर्ण रूप से विकसित नहीं हो सकता। उन्होंने कहा कि गांधीजी के विचार—सत्य, अहिंसा, स्वावलंबन और सेवा—आज भी विकसित भारत के मार्गदर्शक सिद्धांत हैं। उन्होंने युवाओं से सामाजिक सेवा, स्वदेशी सोच और नैतिक मूल्यों को अपनाने का आह्वान किया।
कार्यक्रम के अंत में गांधी मैदान स्थित गांधी मूर्ति स्थल पर उपस्थित सभी युवाओं ने विकसित, आत्मनिर्भर और समावेशी भारत के निर्माण का सामूहिक संकल्प लिया। इस दौरान “जय भारत”, “जय युवा शक्ति” और “वंदे मातरम्” के नारों से पूरा वातावरण देशभक्ति से गूंज उठा।
इस अवसर पर प्रेम यूथ फाउंडेशन के प्रोग्राम ऑफिसर सुजीत कुमार, रवि प्रकाश, हिमांशु शर्मा, सुनील कुमार, इंटर्न सुरभि कुमारी, स्नेहा कुमारी, कोमल कुमारी, सोनु, अंकित, मनीष सहित सैकड़ों युवाओं की उपस्थिति रही। यह संकल्प सभा न केवल एक कार्यक्रम रही, बल्कि विकसित भारत के निर्माण में युवाओं की निर्णायक भूमिका का सशक्त संदेश भी बनी।

अजीत कुमार की रिपोर्ट