घना कोहरा बना मुसीबत, जनजीवन अस्त-व्यस्त, अगले सात दिनों तक सतर्कता की चेतावनी

राजधानी पटना समेत पूरे बिहार में रविवार को कड़ाके की ठंड, गलन और बर्फीली हवाओं ने लोगों को ठिठुरा दिया। सुबह से ही घने कोहरे और सर्द पछुआ हवाओं के कारण जनजीवन बुरी तरह प्रभावित रहा। दृश्यता बेहद कम होने से सड़क और रेल यातायात पर भी असर पड़ा।
मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार बीते 24 घंटों के दौरान राज्य का मौसम शुष्क बना रहा, लेकिन तापमान में गिरावट और कोहरे के कारण ठंड का असर तीखा रहा। जहानाबाद में भीषण शीत दिवस दर्ज किया गया, जबकि फॉरबिसगंज, गया, बक्सर, औरंगाबाद और अरवल में शीत दिवस जैसी स्थिति बनी रही।
राज्य में अधिकतम तापमान 13.4 से 19.8 डिग्री सेल्सियस के बीच रहा। रोहतास जिले के डेहरी में सर्वाधिक 19.8 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया। वहीं न्यूनतम तापमान 6.8 से 13.4 डिग्री सेल्सियस के बीच रहा। सबसे कम न्यूनतम तापमान 6.8 डिग्री सेल्सियस राजगीर में रिकॉर्ड किया गया।
घने कोहरे ने परेशानी और बढ़ा दी। गया में दृश्यता मात्र 50 मीटर दर्ज की गई, जबकि राज्य के अन्य हिस्सों में हल्के से मध्यम स्तर का कोहरा छाया रहा।

यातायात और दिनचर्या पर असर
घने कोहरे के कारण सुबह के समय सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहा। कई ट्रेनें देरी से चलीं, जबकि बस और निजी वाहनों को लाइट जलाकर धीमी गति से चलना पड़ा। स्कूल जाने वाले बच्चों और दफ्तर जाने वाले कर्मचारियों को खासा दिक्कतों का सामना करना पड़ा।
कनकनी ठंड के चलते लोगों की दिनचर्या पूरी तरह बदल गई है। सुबह की सैर करने वाले लोग देर से बाहर निकल रहे हैं। चाय की दुकानों और अलाव के पास लोगों की भीड़ बढ़ गई है। बाजारों में सुबह चहल-पहल कम रही, जबकि दोपहर बाद कुछ रौनक नजर आई।
स्वास्थ्य पर भी असर
ठंड और गलन का सबसे अधिक असर बुजुर्गों, बच्चों और बीमार लोगों पर देखा जा रहा है। अस्पतालों में सर्दी, खांसी, बुखार और सांस संबंधी मरीजों की संख्या बढ़ रही है। डॉक्टरों ने गर्म कपड़े पहनने और सुबह-शाम अनावश्यक बाहर निकलने से बचने की सलाह दी है।
ग्रामीण इलाकों में लोग अलाव के सहारे ठंड से बचाव कर रहे हैं। खेतों में काम करने वाले मजदूरों के कार्य घंटे घट गए हैं, जिससे दैनिक मजदूरी भी प्रभावित हो रही है।

आगे भी बरकरार रहेगा कोहरा
मौसम विभाग ने चेतावनी जारी करते हुए बताया है कि 28 दिसंबर को राज्य के उत्तर जिलों में शीत दिवस जैसी स्थिति बनी रह सकती है। 29 और 30 दिसंबर को उत्तर, उत्तर-पश्चिम और दक्षिण-पश्चिम जिलों में घना कोहरा छाने की संभावना है।
31 दिसंबर और 1 जनवरी को राज्य के अधिकांश जिलों में एक-दो स्थानों पर घना कोहरा रह सकता है। वहीं 2 और 3 जनवरी को भी कई जिलों में कोहरे का असर जारी रहने की आशंका है।
हालांकि राहत की बात यह है कि अगले चार दिनों में अधिकतम और न्यूनतम तापमान में 1 से 2 डिग्री सेल्सियस की क्रमिक बढ़ोतरी हो सकती है, लेकिन अगले सात दिनों तक मध्यम से घना कोहरा बने रहने की चेतावनी दी गई है।
प्रशासन और मौसम विशेषज्ञों ने लोगों से सतर्क रहने, अनावश्यक यात्रा से बचने और ठंड से बचाव के सभी जरूरी उपाय अपनाने की अपील की है।

अजीत कुमार की रिपोर्ट