पटना में आयोजित देश के सबसे बड़े श्वसन रोग सम्मेलन NAPCON 2025 के तीसरे दिन फेफड़ों की गंभीर बीमारियों पर कई महत्वपूर्ण वैज्ञानिक खुलासे हुए। COPD, Interstitial Lung Disease (ILD), Hypersensitivity Pneumonitis (HP), फंगल संक्रमण, ब्रोंकोस्कोपी और Artificial Intelligence आधारित डायग्नोस्टिक्स जैसे उभरते विषयों पर राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञों ने अपने अनुभव साझा किए। अमेरिका से आए प्रतिष्ठित विशेषज्ञ डॉ. मृदुल गुप्ता और डॉ. अतुल C. मेहता की मौजूदगी ने पूरे सम्मेलन को वैश्विक स्तर की प्रासंगिकता दी।

दिन का प्रमुख आकर्षण रहा पद्मश्री डॉ. एस. के. जिंदल का सत्र “Year in Review–COPD”। उन्होंने बताया कि भारत में COPD का बोझ लगातार बढ़ रहा है और महिलाओं—विशेषकर गृहिणियों—में चूल्हे के धुएँ, खराब वेंटिलेशन, indoor exposure और passive smoking के कारण इसका खतरा तेजी से बढ़ा है। उन्होंने GOLD-2026 के नए मानकों, precision therapy, pulmonary rehabilitation और आधुनिक इनहेलर तकनीक पर महत्वपूर्ण संदेश दिए।

ILD पर आयोजित विस्तृत चर्चाओं में डॉ. विजय हड्डा ने 10,000 मरीजों पर आधारित राष्ट्रीय डेटा प्रस्तुत करते हुए कहा कि ग्रामीण धूल, प्रदूषण और occupational exposure ILD के प्रमुख कारक हैं। वहीं, अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञ डॉ. मृदुल गुप्ता ने नई antifibrotic दवाओं, combination therapy और AI-आधारित HRCT विश्लेषण को भविष्य का निर्णायक मोड़ बताया। autoimmune ILD पर डॉ. मनीष शंकर ने बताया कि targeted immunotherapy उपचार को ज्यादा प्रभावी और सुरक्षित दिशा में ले जा रही है।

HP पर केंद्रित सत्र में डॉ. दीपक तलवार ने BAL में lymphocyte pattern, HRCT के नए संकेत और exposure mapping की बढ़ती जरूरत पर जोर दिया। साथ ही डॉ. लता शर्मा और डॉ. अल्केश खुराना ने HP की भारतीय महामारी-विज्ञान और नए उपचार विकल्पों पर महत्वपूर्ण डेटा साझा किया।

ब्रोंकोस्कोपी में प्रगति पर अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञ डॉ. अतुल C. मेहता ने ultra-thin, robotic bronchoscopy और high-definition endoscopy जैसी तकनीकों को कैंसर और ILD निदान में “गेम चेंजर” बताया। AI आधारित निदान पर विशेषज्ञों ने कहा कि अगले पाँच वर्षों में यह फेफड़ा रोग प्रबंधन का अभिन्न हिस्सा बन जाएगा।

12 से अधिक उन्नत संगोष्ठियों और 50+ विशेषज्ञ वक्ताओं के साथ NAPCON 2025 ने फेफड़ा चिकित्सा के भविष्य को नई दिशा देने वाला व्यापक मंच प्रस्तुत किया।

ब्यूरो रिपोर्ट