
फुलवारी शरीफ। इमारत-ए-शरिया के जनरल सेक्रेटरी मुफ़्ती मोहम्मद सईद-उर-रहमान क़ासमी ने बिहार सरकार की वार्षिक अवकाश सूची में ईद-उल-फितर और ईद-उल-अजहा पर केवल एक-एक दिन की छुट्टी तय किए जाने पर आपत्ति जताई है। उन्होंने कहा कि ईद-उल-फितर की तैयारियाँ और ईदगाह में नमाज़ सहित पूरे त्योहार की प्रक्रिया लंबी होती है, जबकि ईद-उल-अजहा में तीन दिनों तक कुर्बानी का क्रम चलता है।
उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, शिक्षा मंत्री सुनील कुमार और शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव से आग्रह किया कि मुस्लिम शिक्षकों और छात्रों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए दोनों ईदों पर कम से कम दो से तीन दिन की छुट्टी दी जाए, ताकि लोग समय पर घर पहुँचकर त्योहार मना सकें और बाद में अपने कार्य सुचारू रूप से कर सकें।
अजीत कुमार यादव की रिपोर्ट
