
पटना। गंगा देवी महिला महाविद्यालय, पटना में सोमवार को आईआईटी पटना के सहयोग से “एआई फॉर ऑल – विज्ञान, सामाजिक विज्ञान और मानविकी को सशक्त बनाने के नवाचार” विषय पर 12 दिवसीय रिफ्रेशर पाठ्यक्रम की शुरुआत हुई। यह कार्यक्रम प्रत्यक्ष और ऑनलाइन दोनों माध्यमों से आयोजित किया जाएगा, जिसमें लगभग 100 प्रतिभागियों ने उद्घाटन सत्र में भाग लिया।
उद्घाटन अवसर पर आईआईटी पटना के निदेशक डॉ. टी. एन. सिंह ने कार्यक्रम की शुरुआत की, जबकि महाविद्यालय की प्राचार्या प्रो. विजय लक्ष्मी ने प्रतिभागियों को शुभकामनाएँ देते हुए कहा कि आज के समय में कृत्रिम बुद्धिमत्ता का ज्ञान हर क्षेत्र में आवश्यक है। उन्होंने यह भी बताया कि विकसित भारत 2047 के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए एआई की संभावनाओं, उपयोगिता और सीमाओं को समझना बेहद महत्वपूर्ण है।
पाठ्यक्रम के संयोजक प्रो. डॉ. एस. के. फ़रीदा ने “कृत्रिम बुद्धिमत्ता और प्राकृतिक बुद्धिमत्ता” पर अपने व्याख्यान में कई महत्वपूर्ण और रोचक बिंदु साझा किए। कार्यक्रम समन्वयक डॉ. अभिनय कुमार सिंह ने बताया कि पाठ्यक्रम की रूपरेखा इस तरह तैयार की गई है कि यह विज्ञान, सामाजिक विज्ञान और मानविकी के सभी शिक्षकों के लिए लाभकारी साबित होगी। सह-समन्वयक डॉ. रेणु कुमारी ने प्रतिभागियों के सहयोग की सराहना करते हुए कहा कि कार्यक्रम की सफलता में सभी की भागीदारी महत्वपूर्ण है।
ब्यूरो रिपोर्ट अजीत यादव
