पटना।
पटना जिले के संपतचक प्रखंड के अंतर्गत लंका कछुआरा पंचायत के वार्ड संख्या 15 में मुख्यमंत्री ग्रामीण सड़क संपर्क योजना के तहत करीब पांच वर्ष पूर्व बनी सड़क को हाल ही में जेसीबी मशीन से तोड़ दिया गया। ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि जल निकासी व्यवस्था सुधारने के नाम पर यह कार्य कर सरकारी संपत्ति को क्षति पहुंचाई गई है।

सूत्रों के अनुसार, क्षेत्र में लंबे समय से जलजमाव की समस्या को देखते हुए पटना जिलाधिकारी ने कुछ महीने पहले नाला निर्माण का निर्देश जिला पंचायत राज पदाधिकारी को दिया था। इस कार्य की जिम्मेदारी तकनीकी सहायक रमन कुमार को सौंपी गई थी।

स्थानीय नागरिकों का कहना है कि सरकारी जमीन उपलब्ध होने के बावजूद रमन कुमार ने नाला निर्माण के लिए सड़क के बीचोंबीच खुदाई कर दी, जिससे सड़क पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई। ग्रामीणों का कहना है कि नाला निर्माण कार्य अधूरा छोड़ दिया गया है — फिलहाल मात्र छह घरों का पानी ही निकल पा रहा है, जबकि अधिकांश परिवार अब भी जलजमाव से परेशान हैं।

इस संबंध में जनक कुमार (दिव्यांग), पिता स्व. रामवचन पासवान, ग्राम एवं थाना गौरीचक, जिला पटना ने गौरीचक थानाध्यक्ष को एक लिखित आवेदन सौंपा है। उन्होंने आरोप लगाया कि “तकनीकी सहायक रमन कुमार स्वयं सड़क पर खड़े होकर जेसीबी से खुदाई करवा रहे थे। यह कार्य पूरी तरह अवैध है और सरकारी संपत्ति को हानि पहुंचाने वाला है।”

जनक कुमार ने अपने आवेदन में मांग की है कि सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने और सरकारी कर्तव्य की अवहेलना के आरोप में संबंधित अधिकारी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाए। उन्होंने बताया कि इस कार्य का फोटोग्राफिक साक्ष्य भी उपलब्ध है।

ग्रामीणों ने बताया कि सड़क टूट जाने से अब आवागमन में कठिनाई हो रही है और जल निकासी की समस्या जस की तस बनी हुई है। लोगों ने प्रशासन से जल्द हस्तक्षेप कर दोषी तकनीकी सहायक के विरुद्ध सख्त कार्रवाई करने की मांग की है।

ब्यूरो रिपोर्ट अजीत यादव