पटना।
बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण को लेकर ऑल इंडिया मिल्ली कौंसिल के अध्यक्ष हज़रत मौलाना अनीसुर रहमान क़ासमी ने जनता से अपील की है कि वे मतदान को केवल राजनीतिक अधिकार नहीं, बल्कि राष्ट्रीय और नैतिक दायित्व के रूप में निभाएं। उन्होंने कहा कि वोट जनता की अमानत है और इसका ईमानदारी व समझदारी से इस्तेमाल करना हर नागरिक का फर्ज़ है।

मौलाना क़ासमी ने मतदाताओं से आग्रह किया कि वे ऐसे प्रत्याशियों को चुनें जो ईमानदार, नैतिक मूल्यों वाले और जनता की सेवा के प्रति समर्पित हों। उन्होंने कहा कि 11 नवंबर को लोग बिना किसी भय या प्रलोभन के, अपनी अंतरात्मा की आवाज़ पर वोट डालें और लोकतांत्रिक प्रक्रिया को शांतिपूर्ण तरीके से पूरा करें।

उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि लोकतंत्र की असली ताकत जनता की सक्रिय भागीदारी में निहित है। मतदान केवल अधिकार नहीं, बल्कि एक राष्ट्रीय जिम्मेदारी है। पहले चरण में मतदाताओं की बढ़ी हुई भागीदारी लोकतंत्र में जनता के भरोसे को मजबूत करती है, अब दूसरे चरण में इसे और सशक्त बनाने की ज़रूरत है।

मौलाना डॉ. आलम क़ासमी ने कहा कि सही मायनों में वोट का सदुपयोग तभी होगा जब जनता ऐसे नेतृत्व को आगे लाए जो न्यायप्रिय, सिद्धांतवादी और समाजहित में कार्य करने वाला हो। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे सांप्रदायिकता, नफरत और स्वार्थ की राजनीति से दूर रहकर विवेकपूर्ण निर्णय लें।

उन्होंने कहा कि यदि बिहार की जनता सूझ-बूझ के साथ मतदान करेगी, तो राज्य शिक्षा, रोजगार, स्वास्थ्य और सामाजिक न्याय के क्षेत्रों में नई मिसाल कायम कर सकता है। बिहार की यह जागरूकता पूरे देश के लिए लोकतांत्रिक आदर्श बनेगी।

अंत में मौलाना क़ासमी ने सभी नागरिकों से अपील की कि वे शांति बनाए रखें, कानून का पालन करें और चुनावी प्रक्रिया को सौहार्दपूर्ण माहौल में संपन्न करें।