
पटना।
बिहार चुनाव के दूसरे चरण से पहले राजनीति के मैदान में बड़ी हलचल मच गई है। लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे और जनशक्ति जनता दल के प्रमुख तेज प्रताप यादव को अब केंद्र सरकार ने वाई-प्लस (Y+) श्रेणी की सुरक्षा प्रदान करने का फैसला किया है। गृह मंत्रालय के आदेश के बाद सीआरपीएफ के कमांडो अब उनकी सुरक्षा की जिम्मेदारी संभालेंगे। हाल ही में सुरक्षा एजेंसियों ने उनकी सुरक्षा को लेकर विस्तृत रिपोर्ट मंत्रालय को सौंपी थी, जिसके बाद केंद्र ने ये कदम उठाया है।
बढ़ते अपराध और चुनावी तनाव के बीच चिंता जाहिर की थी तेज प्रताप ने
महुआ विधानसभा सीट से मैदान में उतरने वाले तेज प्रताप यादव ने कुछ दिन पहले बिहार में बढ़ते अपराधों और राजनीतिक प्रतिस्पर्धा के कारण अपनी जान को खतरा बताते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह से सुरक्षा बढ़ाने की मांग की थी। उन्होंने मोकामा में दुलार चंद यादव की हत्या का हवाला देते हुए कहा था कि राज्य में अपराधी बेखौफ घूम रहे हैं और नेताओं तक को निशाना बनाया जा सकता है। तेज प्रताप ने कहा था कि मौजूदा माहौल में न सिर्फ जनता बल्कि प्रतिनिधियों की जान भी खतरे में है।
आवास पर हंगामा और धमकी के बाद बढ़ी सुरक्षा, अब 11 कमांडो करेंगे पहरा
कुछ दिनों पहले पटना स्थित उनके सरकारी आवास, 2 एम स्टैंड रोड, पर 10 युवकों ने हंगामा किया था और युवा राजद के प्रदेश उपाध्यक्ष सृजन स्वराज को धमकी दी थी। इस घटना के बाद से तेज प्रताप ने खुद को असुरक्षित महसूस करते हुए गृह मंत्री को पत्र लिखा। पत्र में उन्होंने बताया कि वे अक्सर नक्सल प्रभावित इलाकों का दौरा करते हैं और हजारों लोगों से मिलते हैं। अब नई व्यवस्था के तहत 11 सशस्त्र कमांडो उनकी सुरक्षा में तैनात रहेंगे — जिनमें 5 उनके आवास पर स्थायी रूप से तैनात होंगे, जबकि 6 निजी सुरक्षा अधिकारी (PSO) तीन शिफ्टों में उनके साथ रहेंगे।
ब्यूरो रिपोर्ट
