पटना।

मतदान के बाद फुलवारी शरीफ में लोकतंत्र का जोश एक नए अंदाज़ में देखने को मिला — ‘वोटिंग सेल्फी’ के रूप में। मतदान केंद्रों से बाहर निकलते ही मतदाता अपनी स्याही लगी उंगली को गर्व से दिखाते हुए कैमरे में मुस्कुराते नजर आए। कोई दंपति साथ में फोटो ले रहा था, तो कोई बच्चों के साथ इस यादगार पल को कैद कर रहा था। कई परिवारों ने लोकतंत्र के इस पर्व को अपने तरीके से ‘फ्रेम’ में सजाया।


आज फुलवारी शरीफ में केवल मतदान नहीं हुआ, बल्कि एक पूरा ‘डेमोक्रेसी सेल्फी एल्बम’ भी तैयार हो गया।

छोटे बच्चों में भी उत्साह देखते ही बनता था। कई अभिभावक उन्हें नए कपड़े पहनाकर मतदान केंद्र लेकर आए और वोट डालने के बाद बच्चों संग सेल्फी ली। उन्हें यह भी सिखाया गया कि उंगली पर लगी स्याही केवल निशान नहीं, बल्कि लोकतंत्र के सम्मान का प्रतीक है। कुछ नन्हें चेहरे जिज्ञासा से पूछते दिखे — “हम कब वोट देंगे?” — और मुस्कुराते हुए कैमरे में पोज़ देते रहे।

युवा वर्ग भी पीछे नहीं रहा। ‘मेरा पहला वोट’ और ‘फर्स्ट वोट सेल्फी’ जैसे टैग के साथ युवाओं ने सोशल मीडिया पर तस्वीरें साझा कीं। किसी की तस्वीर में जोश झलक रहा था, तो किसी की फोटो में परिवार का अपनापन और लोकतांत्रिक गर्व।


फुलवारी में आज मतदान सिर्फ एक प्रक्रिया नहीं, बल्कि “वोट, क्लिक और शेयर” का उत्सव बन गया।

लोगों के चेहरों से झलकते जोश के बीच कुछ दिलचस्प बातें भी सुनाई दीं —

“वोट देना फर्ज़ ही नहीं, गर्व की तस्वीर भी है।”

“स्याही का दाग नहीं, लोकतंत्र का ताज है।”

“उंगली पर निशान, लोकतंत्र की पहचान।”


फुलवारी शरीफ में आज वोट पड़ा, लेकिन उसके साथ ही लोकतंत्र की मुस्कान भी कैमरे में कैद हो गई।

ब्यूरो रिपोर्ट अजीत यादव