पटना। संपतचक इलाके में उस वक्त हड़कंप मच गया जब सोना गोपालपुर हनुमान मंदिर के पास एक अनोखा चमगादड़ गिरा, जिसका चेहरा एक छोटे कुत्ते के बच्चे जैसा दिख रहा था। मंदिर के पुजारी वेद प्रकाश ने जैसे ही इस विचित्र जीव को देखा, तुरंत पकड़ लिया। देखते ही देखते यह बात इलाके में फैल गई और लोग भारी संख्या में मंदिर की ओर उमड़ पड़े। स्थानीय लोगों ने बताया कि उन्होंने कभी ऐसा चमगादड़ नहीं देखा—बड़े-बड़े नाखून, अजीबोगरीब चेहरा और विशाल शरीर, मानो किसी फिल्मी कहानी का पात्र हो। कुछ श्रद्धालुओं ने इसे हनुमान जी का संकेत माना, तो कुछ ने कहा कि शायद यह घायल होकर गिरा होगा। दीपावली के मौके पर यह घटना होने से लोगों की आस्था भी इससे जुड़ गई और मंदिर में पूजा-पाठ का माहौल और भी तीव्र हो गया।

इस असामान्य घटना ने पूरे संपतचक इलाके को चर्चा में ला दिया है। मंदिर के आसपास का माहौल किसी मेले जैसा बन गया, जहां लोग केवल इस चमगादड़ की झलक पाने के लिए जमा हो रहे हैं। पूजा कोतवाली तक मामला पहुँचने के बाद भी कोई खतरा नहीं माना गया और पुजारी ने अंततः उस चमगादड़ को मंदिर परिसर के पास एक पेड़ पर छोड़ दिया। हालांकि, रहस्यमय रूप और दिव्य समय पर उसका प्रकट होना लोगों के बीच कई तरह की कहानियों और मान्यताओं को जन्म दे गया। फिलहाल, यह विचित्र जीव इलाके की सबसे बड़ी जिज्ञासा बना हुआ है, और लोग अब भी मंदिर जाकर न केवल दर्शन कर रहे हैं, बल्कि उस पेड़ की ओर भी नजरें टिकाए हुए हैं जहाँ वह अनोखा चमगादड़ देखा गया था।

ब्यूरो रिपोर्ट अजीत यादव