पटना। जन सुराज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष उदय सिंह के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने मंगलवार को राज्यपाल के प्रधान सचिव को ज्ञापन सौंपा, जिसमें उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की मांग की गई। प्रतिनिधिमंडल में प्रदेश अध्यक्ष मनोज भारती, वरिष्ठ नेता रामबली चंद्रवंशी और प्रदेश महासचिव किशोर कुमार शामिल थे। हालांकि, पूर्व निर्धारित समय के बावजूद प्रतिनिधिमंडल की राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान से भेंट नहीं हो सकी।

राजभवन के बाहर मीडिया से बातचीत में उदय सिंह ने बताया कि उन्होंने राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम एक पत्र भी सौंपा है। उन्होंने कहा कि अगर जल्द ही सम्राट चौधरी पर कार्रवाई नहीं होती है, तो पार्टी न्यायालय का दरवाज़ा खटखटाएगी। उदय सिंह ने यह भी स्पष्ट किया कि उनके ऊपर लगाए जा रहे उम्र छिपाने के आरोप निराधार हैं, क्योंकि उन्होंने नामांकन के समय वही जानकारी दी जो वोटर लिस्ट में दर्ज है।

ज्ञापन में जन सुराज पार्टी ने तारापुर थाना कांड संख्या 44/1995 का हवाला देते हुए आरोप लगाया है कि सम्राट चौधरी ने अपनी उम्र गलत तरीके से कम बताकर नाबालिग का दर्जा हासिल किया और जमानत प्राप्त की। साथ ही, वर्ष 1999 में मंत्री बनाए जाने के बाद उनकी उम्र 25 वर्ष से कम पाए जाने पर उन्हें पद से हटाया गया था। वर्ष 2000 में उनका निर्वाचन सर्वोच्च न्यायालय द्वारा रद्द कर दिया गया था, और 2005 में भी उनकी उम्मीदवारी इसी आधार पर खारिज की गई थी।

पार्टी ने आरोप लगाया कि वर्ष 2020 में सम्राट चौधरी ने नामांकन पत्र में अपनी उम्र गलत दर्शाकर चुनाव लड़ा और उपमुख्यमंत्री पद तक पहुंच गए। जन सुराज पार्टी का कहना है कि यह मामला न्यायिक व्यवस्था के साथ धोखा है। पार्टी ने मांग की है कि सम्राट चौधरी को तुरंत पद से हटाकर हत्या और दस्तावेज़ों की जालसाजी के आरोपों में गिरफ़्तार किया जाए, और इस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच उच्च न्यायालय की निगरानी में करवाई जाए।

ब्यूरो रिपोर्ट