पटना, 4 अक्टूबर।
राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआईटी) पटना के बहुप्रतीक्षित नए कैंपस का उद्घाटन शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से किया। पटना जिले के बिहटा प्रखंड के सिकंदरपुर औद्योगिक क्षेत्र के समीप विकसित इस अत्याधुनिक परिसर को करीब 500 करोड़ रुपये की लागत से तैयार किया गया है। अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस यह नया कैंपस अब तकनीकी शिक्षा के क्षेत्र में बिहार और देश के लिए एक नई दिशा तय करेगा।


उद्घाटन समारोह के दौरान राजधानी पटना से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़े रहे। वहीं बिहटा में आयोजित मुख्य कार्यक्रम स्थल पर बिहार विधानसभा अध्यक्ष नंद किशोर यादव, राज्य सरकार के मंत्री संतोष सिंह, एनआईटी पटना के निदेशक डॉ. प्रदीप कुमार जैन समेत कई विभागीय अधिकारी, शिक्षाविद एवं गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

एनआईटी पटना के निदेशक डॉ. प्रदीप कुमार जैन ने जानकारी दी कि इस नए परिसर का प्रथम चरण आज प्रधानमंत्री द्वारा राष्ट्र को समर्पित किया गया है। उन्होंने बताया कि बिहार सरकार द्वारा संस्थान को 125 एकड़ भूमि उपलब्ध कराई गई थी, जिस पर अगस्त 2022 से निर्माण कार्य एनबीसीसी के माध्यम से प्रारंभ हुआ। प्रथम चरण में 60 एकड़ भूमि पर निर्माण कार्य लगभग पूरा हो चुका है, जिसमें करीब 2500 छात्रों के लिए आवास और अध्ययन की सुविधा विकसित की गई है। यह नया परिसर विद्यार्थियों और शिक्षकों को एक विश्वस्तरीय अकादमिक माहौल प्रदान करेगा।

डॉ. जैन ने आगे बताया कि कुल मिलाकर यह परिसर 6500 छात्रों की क्षमता के साथ तैयार किया जाएगा। वर्तमान में पहले चरण के तहत कंप्यूटर साइंस और इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग विभाग के द्वितीय और तृतीय वर्ष के छात्रों को बिहटा परिसर में स्थानांतरित किया जा रहा है। जबकि प्रथम वर्ष के विद्यार्थी अभी पुराने पटना कैंपस में ही अपनी पढ़ाई जारी रखेंगे।

गौरतलब है कि पटना स्थित वर्तमान परिसर भी एनआईटी के अंतर्गत सक्रिय रहेगा, जहां सिविल इंजीनियरिंग और आर्किटेक्चर विभाग संचालित होते रहेंगे। इससे स्पष्ट है कि संस्थान अब दो परिसरों के माध्यम से अपने शिक्षण कार्यों का विस्तार करेगा।

नया बिहटा परिसर केवल एक शैक्षणिक भवन ही नहीं, बल्कि तकनीकी शिक्षा की दिशा में एक बड़ा कदम है। यहां अत्याधुनिक प्रयोगशालाएं, स्मार्ट क्लासरूम, डिजिटल लाइब्रेरी, उच्च स्तरीय छात्रावास, खेल परिसर एवं ग्रीन एनर्जी पर आधारित सुविधाएं भी विकसित की गई हैं।

इस अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी ने तकनीकी शिक्षा के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि ऐसे संस्थानों के माध्यम से भारत को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण प्रगति हो रही है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी इसे राज्य के लिए गौरव का क्षण बताया।

एनआईटी पटना का यह नया अध्याय न केवल बिहार के युवाओं को गुणवत्तापूर्ण तकनीकी शिक्षा प्रदान करेगा, बल्कि पूरे देश में इसे एक प्रेरणा स्रोत के रूप में देखा जाएगा।

ब्यूरो रिपोर्ट निशांत कुमार