
फुलवारी शरीफ। शारदीय नवरात्रि के महाअष्टमी के दिन शहर और आसपास के विभिन्न पूजा पंडालों में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी. पूजा पंडालों में शंख और ढोलक की ध्वनि, धूप-दीप और हल्दी, अक्षत की सुगंध, भक्ति और गीतों की कर्णप्रिय धुनों के बीच माहौल भक्तिमय बन गया. श्रद्धालुओं में उमंग और उत्साह का नज़ारा देखने लायक था. शहर और गांव की हर गली, चौक, मुख्य सड़क और बाजार क्षेत्र में रंग-बिरंगी बिजली की रोशनी और झांकियों ने पर्व का उत्सव और भव्य बना दिया.नवदुर्गा माता महागौरी के दर्शन के लिए परसा बाजार, कुरथौल, चिलबिल्ली कुरकुरी बघड़ा रोड पलंगा गंज पर संपतचक, जानीपुर, गौरीचक, बेलदारीचक, इलाहीबाग, बैरिया, सोहगी, भूसौला, दानापुर, बभनपुरा, राष्ट्रीय गंज, वाल्मी, सबजपुरा, रामकृष्ण नगर, जगनपुरा, खेमनीचक, गोपालपुर, अब्दुल्ला चौक, एतवारपुर, सिपारा, सुईथा, बेउर और अनीसाबाद समेत आसपास के तमाम शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों के श्रद्धालु पूजा अर्चना करने पहुंचे.शहर और आसपास के लोगों में माता महागौरी के प्रति गहरी श्रद्धा देखने को मिली, और हर कोई अपनी मनोकामना पूर्ण होने की आस लेकर पूजा-अर्चना में शामिल था. नवरात्रि के नौ दिनों तक चलने वाली इस परंपरा में श्रद्धालु लगातार भाग लेते हैं और इस भव्य पर्व को उल्लास, उमंग और आस्था के साथ मनाते हैं.

शहर के प्रसिद्ध दुर्गा स्थान पेठीया बाजार बड़ी देवी जी नवदुर्गा मंदिर चुनौती कुआं, कुर्थोल न्यू एतवारपुर,परसा बाजार इलाहाबाद संपतचक बैरिया बेलदारी चक गौरीचक संपतचक बाजार में विशेष रूप से श्रद्धालुओं की भीड़ अधिक रही, जहाँ लोगों का मानना है कि माता महागौरी के आशीर्वाद से हर मनोकामना पूर्ण होती है. सुबह से ही महिलाएं और पुरुष मंदिर और पंडालों में पूजा-अर्चना में जुटे रहे. भक्तगण लंबी कतारों में खड़े होकर माता के दर्शन और विशेष पूजा अर्चना का लाभ ले रहे थे.
सड़कों पर श्रद्धालुओं की रेला और पूजा में शामिल लोगों के आने-जाने की वजह से कई जगह हल्का जाम भी देखने को मिला, लेकिन पुलिस और प्रशासन की टीम हर पंडाल और मुख्य मार्गों पर मुस्तैदी से ड्यूटी पर रही, ताकि श्रद्धालु सुविधा के साथ पूजा कर सकें.
पूजा पंडालों में माता को हलवा, पुरी और फूलों का भोग अर्पित किया गया और भक्तों ने माता की स्तुति और भक्ति में देर तक शामिल रहे. नवदुर्गा मंदिर परसा बाजार में श्रद्धालुओं ने अपनी आस्था और प्रेम का जश्न मनाते हुए पूरे वातावरण को भक्तिमय बना दिया.
ब्यूरो रिपोर्ट अजीत यादव