
बिक्रम।
शक्ति उपासना का पर्व दुर्गा पूजा इस बार बिक्रम नगर पंचायत एवं आस-पास के गाँवों में धार्मिक उल्लास, भव्यता और अद्भुत सज्जा के संग प्रारंभ हुआ। पट अनावरण के साथ जैसे ही माँ दुर्गा के विराट स्वरूप के दर्शन हुए, श्रद्धालुओं की भीड़ आस्था में सराबोर हो उमड़ पड़ी।
सजीव कलाकृति जैसे नजर आते पंडालों में आकर्षक विद्युत सज्जा और देवी प्रतिमाओं की मनोहारी छटा ने सभी का मन मोह लिया। खोरैठा में छात्र युवक संघ द्वारा लगाए गए विशाल पंडाल में, पूर्व विधायक रामजन्म शर्मा ने माँ के पट का अनावरण कर महोत्सव का विधिवत उद्घाटन किया। पंडाल का निर्माण शिव शंभु एंड कम्पनी द्वारा किया गया है, जो अपनी कलात्मकता के लिए प्रसिद्ध है।

वहीं पुरानी बाजार, मेन रोड बस स्टैण्ड, नोनिया टोली, असपुरा सहित अन्य जगहों पर भी देवी प्रतिमाओं का पट खोलते ही भक्तों की भावनाएं उमड़ पड़ीं। माँ दक्षिणेश्वरी, नव दुर्गा, दस महाविद्या और बड़ी देवी जैसे मंदिरों में दिनभर पूजार्चना, भजन-कीर्तन और दीप प्रज्वलन का सिलसिला चलता रहा।
सुरक्षा के पुख्ता इंतज़ाम, पुलिस मुस्तैद
त्योहार की भीड़ को देखते हुए पालीगंज डीएसपी पंकज कुमार शर्मा के नेतृत्व में नगर बाजार में फ्लैग मार्च किया गया। थानाध्यक्ष विनोद कुमार ने बताया कि हर चौक-चौराहे पर पुलिस बल की तैनाती है और किसी भी स्थिति से निपटने के लिए जवान चौकस हैं।
श्रद्धा और सज्जा का मिला-जुला रंग
बिक्रम क्षेत्र में इस वर्ष दुर्गापूजा सिर्फ धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि संस्कृति, कला और सामाजिक समरसता का उत्सव बनकर उभरा है। बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक, सभी पंडालों की सैर कर माँ की आराधना में लीन दिखे।
दुर्गा सप्तमी से लेकर विजयादशमी तक रोज़ाना कई सांस्कृतिक कार्यक्रमों और श्रद्धालुजनों की भारी भीड़ की उम्मीद है। प्रशासन और आयोजक मिलकर यह सुनिश्चित करने में लगे हैं कि श्रद्धालु सुरक्षित, शांतिपूर्ण और भक्ति-भाव से ओतप्रोत माहौल में पूजा-अर्चना कर सकें।
नवरात्र के इस पर्व पर हर गली, हर नुक्कड़ से आती आरती की ध्वनि और बिजली की जगमगाती रोशनी यह संदेश दे रही है — “अंधकार पर प्रकाश की विजय अब दूर नहीं।”

रिपोर्ट शशांक मिश्रा