पटना: आगामी 2 अक्टूबर को गांधी मैदान में होने वाले रावण वध कार्यक्रम को लेकर जिला प्रशासन व पुलिस महकमा पूरी तरह से मुस्तैद है। किसी भी अप्रिय स्थिति से बचाव के लिए विधि-व्यवस्था से लेकर ट्रैफिक और सुरक्षा तक का व्यापक प्लान तैयार कर लिया गया है। सोमवार को प्रमंडलीय आयुक्त डॉ. चंद्रशेखर सिंह और केन्द्रीय प्रक्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक श्री जितेन्द्र राणा ने कार्यक्रम स्थल पर सभी प्रतिनियुक्त दंडाधिकारियों और पुलिस पदाधिकारियों के साथ संयुक्त ब्रीफिंग की और उन्हें स्पष्ट निर्देश दिए कि सुरक्षा और जनसुविधा के बीच कोई समझौता नहीं होना चाहिए।

आयुक्त ने स्पष्ट किया कि गांधी मैदान एक निश्चित स्थान एवं समय पर होने वाले आयोजन का स्थल है, जहां हर वर्ष भारी भीड़ जुटती है। इसी को ध्यान में रखते हुए इस बार मैदान को चार सेक्टरों में बाँटा गया है, जहां अलग-अलग ज़िम्मेदारियों के साथ 103 दंडाधिकारी एवं पुलिस अधिकारी तैनात रहेंगे। इनके साथ महिला बल, लाठी बल, क्विक रिस्पॉन्स टीमें और बाइक पेट्रोलिंग दस्ता भी 24×7 अलर्ट रहेगा।


सुरक्षा के लिए इस बार 128 सीसीटीवी कैमरे, 10 वॉच टावर, तीन नियंत्रण कक्ष और एक अस्थायी थाना सक्रिय रहेगा। वहीं, भीड़ पर नजर रखने के लिए पीटीजेड व बुलेट कैमरे लगाए गए हैं, जिनका संचालन चार आईटी अधिकारियों की टीम करेगी। सभी प्रवेश व निकास द्वारों पर अधिकारियों की तैनाती सुनिश्चित की गई है, और खासतौर से गेट नंबर 4, 5, 6, 7, 8, 10 व 12 से ही दर्शकों को प्रवेश की अनुमति होगी।


भीड़ प्रबंधन को लेकर जिला प्रशासन ने सिविल डिफेंस कर्मियों, NCC कैडेट्स और ट्रैफिक पुलिस की विशेष तैनाती की है। ‘नो पार्किंग, नो वेडिंग’ ज़ोन घोषित किए गए गांधी मैदान के चारों ओर यातायात को लेकर वैकल्पिक मार्गों की सूचना पहले ही अखबारों के जरिए आमजन तक पहुंचाई जा चुकी है। 2 अक्टूबर को दोपहर 1 बजे के बाद से गांधी मैदान की ओर वाहनों का प्रवेश पूरी तरह बंद रहेगा और दर्शकों को पैदल ही आना होगा।

आपातकालीन व्यवस्थाओं की बात करें तो 9 एम्बुलेंस, मेडिकल टीम, फायर ब्रिगेड की 4 यूनिट, पेयजल टैंकर, वाटर एटीएम और प्रकाश व्यवस्था के लिए 136 एलईडी मेटल लाइट, 229 पोल लाइट और 15 हाईमास्ट लाइट की व्यवस्था की गई है। इसके अलावा मंच, बैरिकेडिंग और वॉच टावर की फिटनेस जांच के निर्देश भी भवन निर्माण विभाग और विद्युत विभाग को दिए गए हैं।

अधिकारियों ने मीडिया प्रतिनिधियों और आम जनता से अपील की है कि अफवाहों पर ध्यान न दें और कोई भी संदिग्ध गतिविधि नजर आने पर 112, जिला नियंत्रण कक्ष (0612-2219810/2219234) या पुलिस हेल्पलाइन (9031825979) पर तुरंत सूचना दें। साथ ही, चार हेल्प डेस्क (खोया-पाया केन्द्र) भी सक्रिय रहेंगे, जो गेट नं. 5, 7, 10 और ध्वजारोहण स्थल के पास स्थित होंगे।

अंत में, प्रशासन ने सभी संबंधित विभागों को आपसी तालमेल से कार्य करने और आयोजन के दौरान सुरक्षा, सुविधा और संवेदनशीलता का संतुलन बनाए रखने का निर्देश दिया है। अधिकारियों ने निरीक्षण के दौरान आयोजन समिति के सदस्यों से भी विमर्श किया और समग्र तैयारियों को अंतिम रूप दिया।

ब्यूरो रिपोर्ट