फुलवारी शरीफ। शारदीय नवरात्र की सप्तमी तिथि पर (29 सितंबर 2025, सोमवार) मां दुर्गा के पट खुलते ही फुलवारी शरीफ और आसपास के शहरी व ग्रामीण इलाकों के पूजा पंडालों में श्रद्धालुओं का जनसैलाब उमड़ पड़ा. माता के दिव्य स्वरूप के दर्शन के लिए भक्त सुबह से ही कतार में खड़े थे.

फुलवारी शरीफ के बड़ी देवीजी पेठिया बाजार दुर्गा स्थान, चुनौती कुआं, वाल्मी, भूसौला, दानापुर, जानीपुर, अकबरपुर, सबजपुरा, मौर्य बिहार, टमटम पड़ाव, राष्ट्रीय गंज, साकेत बिहार मोड़, अनीसाबाद, बेउर, महावीर कॉलोनी, बेतौरा, सिपारा 70 फीट, इतवापुर, कुरथौल, परसा बाजार, संपतचक, बस स्टैंड, मीठापुर, रामलखन पथ, संजय नगर, चांगड़, रामकृष्ण नगर, सोरंगपुर, जगनपुरा, खेमनी चक, पिपरा, भेलवाड़ा, भोगीपुर, चकपुल, बैरिया, इलाही बाग, गोपालपुर, सोहगी मोड़, फतेहपुर, गौरीचक बाजार, रामगंज, बेलदारी चक, लखना बाजार, मुसनाउफर और महुआ बाग में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी.

पूजा विधि-विधान के तहत सप्तमी के दिन माता के सप्तम स्वरूप मां कालरात्रि की आराधना की गई. वैदिक मंत्रोच्चारण, चंडीपाठ और सप्तशती के पाठ के साथ भक्तों ने विशेष पूजा-अर्चना की. भोग के रूप में खीर, पूड़ी, चने और मौसमी फल माता को अर्पित किए गए. पुष्पांजलि के समय घंटा-घड़ियाल और शंख की ध्वनि गूंज उठी. हजारों श्रद्धालुओं ने हाथ जोड़कर माता से परिवार की सुख-समृद्धि और मनोकामनाओं की पूर्ति का आशीर्वाद मांगा.

पूजा पंडालों की सजावट और विद्युत प्रकाश व्यवस्था ने पूरे माहौल को भव्यता प्रदान की. देवी की प्रतिमा के साथ अन्य देव-प्रतिमाओं की स्थापना भी आकर्षण का केंद्र बनी रही. ढाक-ढोल, नगाड़ा और भक्ति गीतों से वातावरण गुंजायमान रहा.

पूजा समितियों ने व्यवस्था में कोई कसर नहीं छोड़ी. पुलिस और प्रशासन की ओर से सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे. जगह-जगह पुलिस बल की तैनाती रही और सीसीटीवी कैमरों से लगातार निगरानी की गई.

पूजा-पंडालों में उमड़े श्रद्धालु माता के दिव्य स्वरूप का दर्शन कर अभिभूत हो गए. भक्तगण देर रात तक भक्ति और उत्सव के माहौल में डूबे रहे.

ब्यूरो रिपोर्ट अजीत यादव