
पटना। 26 से 30 सितंबर तक राजस्थान के माउंट आवु शांति वन में आयोजित अंतरराष्ट्रीय पत्रकार सम्मेलन में दुनिया भर से दो हजार से अधिक पत्रकार शामिल हैं. बिहार का नेतृत्व कर रहे बिहार श्रमजीबी पत्रकार यूनियन, पटना के महासचिव वरिष्ठ पत्रकार प्रेम कुमार ने कहा कि पत्रकार लोकतंत्र के मजबूत स्तम्भ हैं. मीडिया समाज का दर्पण है और सूचना सम्प्रेषण का प्रमुख माध्यम है.
उन्होंने कहा कि पत्रकारिता का उद्देश्य स्पष्ट और निष्पक्ष होना चाहिए. पत्रकारों की कलम से निकली शब्द सत्य का सागर बने और पत्रकारिता जन कल्याण के लिए हो. पत्रकार एक साधक हैं और पत्रकारिता एक साधना है. विश्व शांति स्थापित करने में मीडिया एक मजबूत आधार बन सकता है.
पटना के पत्रकार प्रेरणा विजय ने कहा कि शांति और विश्वास पत्रकारिता की मजबूत कड़ी है. उन्होंने बताया कि सोशल मीडिया के बढ़ते प्रभाव के परिणाम श्रीलंका, बांग्लादेश और नेपाल में देखे गए तख्तापलट और हिंसा दर्शाते हैं. मीडिया और मीडियाकर्मियों को प्रेम, शांति और भाईचारे को बढ़ाने के लिए हर संभव प्रयास करना चाहिए.
पत्रकार देवानंद ने कहा कि आज पूरी दुनिया सूचना तकनीक के कारण मुट्ठी में है. एआई जैसे सॉफ्टवेयर का सदुपयोग किया जाए तो दुनिया का कायाकल्प संभव है. उन्होंने पत्रकारिता को एक अनुष्ठान बताया और कहा कि पत्रकार को हमेशा निष्पक्ष और निर्भय होकर खबर संग्रह करनी चाहिए. पत्रकारिता केवल सूचना प्रसारित करने तक सीमित नहीं है, यह शांति और सौहार्द के लिए मूल तत्व है. उन्होंने पत्रकारों की सुरक्षा की गारंटी समाज और सरकार से लेने की आवश्यकता पर भी जोर दिया.
सम्मेलन में पत्रकार गोविंद उड़ीसा, प्रियंका शील दिल्ली, जितेंद्र प्रिंस नोएडा, प्रियंका शाहू लखनऊ, नीतीश, जितेंद्र, सुधीर नालंदा, अनिल कुमार सिंह, सुनील कुमार, विकास कुमार, अशोक कुमार, ज्ञान, नरसिंह कुमार उर्फ़ जुनुष, योगेंद्र कुमार, रघुवीर कुमार समेत बड़ी संख्या में पत्रकार शामिल हुए.
ब्यूरो रिपोर्ट अजीत यादव