फुलवारी शरीफ/पटना। शुक्रवार दोपहर के बाद फुलवारी शरीफ में हुई एक घंटे से ज्यादा की तेज बारिश ने पूरे शहर की तस्वीर बदल दी। मुख्य मार्गों से लेकर गलियों तक पानी भर गया और सड़कों ने झील का रूप ले लिया। औरंगाबाद रोड, नौबतपुर रोड, जानीपुर-फुलवारी एम्स मार्ग, हारून नगर, सदर बाजार रोड, मित्र मंडल, साकेत विहार, ईसापुर और चुनौती कुआं रोड समेत कई इलाकों में जलजमाव ने लोगों को बेहाल कर दिया।

बारिश का पानी दुकानों और निचले इलाकों के घरों में घुस गया। शहीद भगत सिंह चौक, टमटम पड़ाव और ब्लॉक मोड़ जैसे महत्वपूर्ण स्थानों पर ट्रैफिक पूरी तरह ठप हो गया। एंबुलेंस, मरीजों की गाड़ियां, स्कूल बसें और आम वाहन करीब दो घंटे तक जाम में फंसे रहे। ट्रैफिक पुलिस के प्रयास भी ‘पहले निकलने’ की होड़ और मनमानी ड्राइविंग के सामने नाकाम साबित हुए। कई यात्रियों ने मजबूरी में वाहन छोड़ पैदल रास्ता तय किया।

बेतिया बाजार और पेठीया बाजार इलाके में अतिक्रमण ने जाम को और भी विकराल बना दिया। सड़क किनारे ठेले और दुकानों की अवैध सजावट से नेशनल हाईवे-98 पर खतरनाक स्थिति बन गई। स्थानीय लोग और दुकानदारों ने चेतावनी दी कि अगर समय रहते कार्रवाई नहीं हुई तो बड़ा हादसा हो सकता है।

एम्स और महावीर कैंसर संस्थान की ओर जाने वाले रास्तों पर भीषण जलजमाव के कारण मरीजों और उनके परिजनों को सबसे ज्यादा परेशानी झेलनी पड़ी। एम्स के पास वाल्मीकि नगर, नवादा, नया टोला मार्ग और खोजा इमली पेट्रोल पंप के पास हाईवे पर 200-300 फीट तक पानी भरा रहा।

स्थानीय निवासियों ने नगर परिषद पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि पहले खुले नालों से पानी आसानी से निकल जाता था, लेकिन पीसीसी ढलाई से ढके जाने के बाद अब छोटे-छोटे छेदों से पानी तेजी से नहीं बह पाता। दुकानदारों ने शिकायत की कि गंदा पानी और कचरा दुकानों में घुसने से उनका भारी नुकसान हुआ।

कई घंटे बाद जब पानी उतरना शुरू हुआ तब जाकर ट्रैफिक सामान्य हुआ, लेकिन तब तक हजारों वाहन चालक, मरीज और आम लोग घंटों तक परेशान रहे। लोगों ने कहा कि हारून नगर, जानीपुर, चुनौती कुआं और ईसापुर-हिंदुनी रोड जैसे व्यस्त क्षेत्रों में जल निकासी की स्थायी व्यवस्था नहीं होने से हर बारिश पर शहर तालाब बन जाता है।

ब्यूरो रिपोर्ट अजीत यादव