
बिहटा।
बिहार सरकार के भूमि सुधार अभियान के तहत रविवार को बिहटा प्रखंड के तारानगर सिकरिया पंचायत में शिविर आयोजित होना था। पहले से तय कार्यक्रम के मुताबिक यह शिविर पंचायत के कृषि भवन सह पंचायत भवन में लगना था। लेकिन अचानक बिना पूर्व सूचना के स्थल बदल दिए जाने से ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा और उन्होंने अंचल कर्मियों पर मनमानी व दलालों से मिलीभगत के आरोप जड़ दिए।
ग्रामीणों का कहना है कि उन्हें फोन पर जानकारी दी गई थी कि शिविर कृषि भवन सह पंचायत भवन में आयोजित होगा। इसी भरोसे किसान, महिलाएँ और आम लोग दूर-दराज़ से आवश्यक कागजात लेकर पहुंचे। लेकिन जब वहां पहुँचे तो भवन पर ताला जड़ा मिला। बाद में सूचना मिली कि शिविर को अचानक बदलकर सिकरिया हाई स्कूल परिसर में कर दिया गया है।
स्थानीय निवासी विवेक कुमार ने बताया कि यह कदम पूरी तरह से गलत है। उन्होंने कहा, “अंचल कर्मचारी अमरेंद्र कुमार कुछ दलालों के साथ मिलकर ग्रामीणों को बिना बताए जगह बदल दिए। सुबह से लोग परेशान हो रहे हैं, कागजात लेकर आए किसान निराश होकर लौट गए।”
ग्रामीणों ने इस मामले की शिकायत दानापुर एसडीएम और अंचल अधिकारी राकेश कुमार से की है।
इधर, अंचलाधिकारी राकेश कुमार सिंह ने सफाई देते हुए कहा कि तारानगर पंचायत के कृषि भवन में शिविर की योजना थी, लेकिन भीड़ अधिक और जगह कम होने के कारण इसे सिकरिया हाई स्कूल प्रांगण में शिफ्ट करना पड़ा। उन्होंने आश्वासन दिया कि ग्रामीणों की मांग को ध्यान में रखते हुए जल्द ही पंचायत भवन में अलग से एक और शिविर आयोजित किया जाएगा।
ब्यूरो रिपोर्ट निशांत कुमार