
फुलवारी शरीफ।
शुक्रवार को एम्स पटना में इलाज कराने आए मरीज और परिजन तब भड़क उठे जब ओपीडी सेवाएं अचानक बंद मिलीं। नाराज परिजनों और गार्ड के बीच विवाद इतना बढ़ गया कि मामला हाथापाई और सड़क जाम तक पहुंच गया।
दरअसल, ईद-ए-मिलादुन्नबी के अवसर पर एम्स प्रशासन ने ओपीडी बंद रखने का निर्णय लिया था, लेकिन इसकी पूर्व सूचना मरीजों को नहीं दी गई। दूर-दराज से पहुंचे लोग जब लौटने लगे तो असंतोष फैल गया और गुस्से में उन्होंने अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी।
करीब 10:25 बजे नालंदा जिले के परवलपुर निवासी 70 वर्षीय मालती देवी इलाज कराने एम्स पहुंचीं। उनके साथ बहू रुनझुन कुमारी और पोता राज रोशन भी थे। इसी दौरान ड्यूटी पर तैनात सुरक्षा गार्ड से कहासुनी हो गई। आरोप है कि गार्ड ने मालती देवी के पति का कॉलर पकड़ लिया और उन्हें धक्का देकर बाहर निकालने लगा। इस घटना से परिजन आक्रोशित हो गए और गेट नंबर-1 के बाहर नेशनल हाईवे-98 पर जाम लगा दिया।
स्थिति बिगड़ने पर फुलवारी शरीफ थाना पुलिस मौके पर पहुंची और लोगों को समझा-बुझाकर जाम हटवाया। हालांकि, लगभग एक घंटे बाद, सुबह 11:50 बजे, परिजन और मरीज फिर से सड़क पर उतर आए और दोबारा जाम कर दिया।
आक्रोशित परिजनों का कहना था कि वे सैकड़ों किलोमीटर दूर से इलाज की उम्मीद लेकर आते हैं, लेकिन यहां न तो व्यवस्था की जानकारी दी जाती है और न ही गार्ड का व्यवहार सम्मानजनक होता है।
अंततः पुलिस व प्रशासनिक हस्तक्षेप के बाद माहौल शांत हुआ और सड़क जाम समाप्त कराया गया।
ब्यूरो रिपोर्ट अजीत यादव