
पटना।
जिले के परसा बाजार थाना क्षेत्र के चकरैचा शिवनगर में शनिवार को हुई सनसनीखेज वारदात का पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया है। पांच वर्षीय बच्चे पृथ्वी को लगी गोली के मामले में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए चार युवकों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपियों के पास से एक पिस्तौल, सात जिंदा कारतूस, एक खोखा और मोबाइल भी जब्त किए गए हैं।
भाई की पिस्तौल से चली थी गोली:
पुलिस जांच में सामने आया कि घायल मासूम पृथ्वी घर में खेलते समय अपने चचेरे भाई कुणाल उर्फ कल्लू के बिस्तर के नीचे छुपा पिस्तौल निकाल लाया। बच्चे ने उसे खिलौना समझ लिया और खेल-खेल में ट्रिगर दबा दिया। अचानक चली गोली पृथ्वी के मुंह में जा लगी। गनीमत यह रही कि फिलहाल बच्चे की हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है।
कैसे हुआ हादसा:
पुलिस के अनुसार घटना वाले दिन पृथ्वी अपने भाई-बहनों के साथ घर के बाहर खेल रहा था। तभी पिस्तौल से गलती से गोली चल गई, जो सीधे पृथ्वी को लग गई। परिजन घबराकर उसे तुरंत पीएसपीएच अस्पताल लेकर पहुंचे।
पुलिस की तफ्तीश और गिरफ्तारी:
घटना को गंभीरता से लेते हुए वरीय अधिकारियों ने थानाध्यक्ष मेनका रानी को हथियार बरामद करने की जिम्मेदारी सौंपी। टीम ने पहले चिरहूट इलाके से ऋषिकेश और नीतीश को दबोचा। पूछताछ में उन्होंने स्वीकार किया कि वारदात के बाद पिस्तौल को रेलवे लाइन के पास एक पेड़ के नीचे छुपा दिया गया है। उनकी निशानदेही पर पुलिस ने पिस्तौल, सात जिंदा कारतूस और एक खोखा बरामद किया।
इसके बाद पुलिस ने तकनीकी साक्ष्य के आधार पर मिठापुर से पृथ्वी के चचेरे भाई कुणाल उर्फ कल्लू और उसके एक साथी को भी गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में कुणाल ने कबूल किया कि पिस्तौल उसी का था और उसने उसे लोड कर घर में रखा था। यही हथियार बच्चे के हाथ लग गया।
एसपी सिटी पूर्वी ने दी जानकारी:
सिटी एसपी पूर्वी परिचय कुमार ने प्रेस को बताया कि इस मामले की गंभीरता को देखते हुए एक विशेष टीम का गठन किया गया था। इस टीम में थानाध्यक्ष मेनका रानी, दरोगा रौशन कुमार, राहुल कुमार, राजीव रंजन पांडेय, राजेश कुमार झा, संतोष कुमार वर्मा, धर्मेंद्र कुमार, रितु कुमार और मणिकांत पाल शामिल थे। लगातार छापेमारी के बाद टीम ने सफलता हासिल की और चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
इलाके में सनसनी:
इस वारदात के बाद पूरे इलाके में दहशत का माहौल है। लोग हैरान हैं कि इतनी खतरनाक पिस्तौल आखिर बच्चों के हाथ तक कैसे पहुंच गई। पुलिस अब यह पता लगाने में जुटी है कि आरोपी कुणाल को यह हथियार कहां से मिला और इसके पीछे कौन-कौन लोग शामिल हैं।
ब्यूरो रिपोर्ट अजीत यादव
