पटना।

पटना पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए गोपालपुर थाना क्षेत्र के कछुआरा गांव से 4 करोड़ की अफीम समेत भारी मात्रा में मादक पदार्थ बरामद किया है। इस दौरान पुलिस ने अंतरराज्यीय गिरोह से जुड़े चार तस्करों को गिरफ्तार किया है जिनके नाम मुकेश कुमार (नालंदा), अजीत कुमार (39 वर्ष, बोकारो, झारखंड), श्रवण कुमार (22 वर्ष, चतरा, झारखंड) और जयराम भारती (26 वर्ष, चतरा, झारखंड) बताए गए हैं। ये सभी लंबे समय से अफीम और डोडा की तस्करी कर पटना सहित पंजाब और अन्य राज्यों में सप्लाई करते थे।

एसटीएफ के नारकोटिक सेल को गुप्त सूचना मिली थी कि हरे रंग के डाला ऑटो में मादक पदार्थ की बड़ी खेप कछुआरा लाई जा रही है। सूचना के आधार पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पटना कार्तिकेय शर्मा के निर्देश पर नगर पुलिस अधीक्षक (पूर्वी) परिचय कुमार और अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी सदर-2 के नेतृत्व में विशेष टीम का गठन किया गया। पुलिस ने संदिग्ध वाहन को रोकने की कोशिश की, लेकिन उसमें सवार चार लोग भागने लगे। पुलिस टीम ने पीछा कर उन्हें धर दबोचा और तलाशी लेने पर उनके पास से अफीम और नगद बरामद हुआ। बाद में ट्रक और गोदाम की छानबीन में भारी मात्रा में डोडा, पॉपी हस्क और प्रोसेसिंग मशीन भी जब्त की गई।

पुलिस ने कार्रवाई के दौरान 40.178 किलो अफीम, 2.270 किलो पॉपी हस्क, 88.81 किलो डोडा पति चूर्ण, 6 लाख 62 हजार 900 रुपये नगद, 14 बैंक अकाउंट, लगभग 1.5 करोड़ रुपये के जमीन के कागजात, 40 लाख रुपये का फिक्स डिपॉजिट, दो बाइक, एक ऑटो और छह मोबाइल फोन जब्त किए हैं। इसके साथ ही मुकेश कुमार के घर से इलेक्ट्रॉनिक तराजू और अफीम सुखाने के लिए उपयोग में आने वाली 4 हॉर्स पावर की मिक्सिंग मशीन बरामद हुई है।

एसएसपी कार्तिकेय शर्मा ने बताया कि बरामद अफीम की अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत लगभग 4 करोड़ रुपये आंकी गई है। आरोपियों का गिरोह झारखंड से अफीम और डोडा मंगाकर पटना में गोदामों में प्रोसेस करता था और फिर इसे पंजाब, हरियाणा और अन्य राज्यों में सप्लाई करता था। पुलिस ने यह भी खुलासा किया कि तस्कर फलों की आड़ में मारूफगंज मंडी से खेप लाते और भेजते थे।

पूछताछ में आरोपी मुकेश कुमार ने स्वीकार किया कि वह पिछले 10 सालों से अफीम की तस्करी कर रहा है। पुलिस को जानकारी मिली है कि गिरोह का एक ट्रक अफीम लेकर पंजाब के लिए रवाना हुआ था, जिसकी घेराबंदी की जा रही है।

पटना पुलिस की इस कार्रवाई ने अफीम-तस्करी के बड़े नेटवर्क को करारा झटका दिया है। पुलिस अब इनके बाकी सहयोगियों और नेटवर्क से जुड़े लोगों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है। इस कार्रवाई से नशे के कारोबार में बड़ी बाधा पहुंची है और पटना पुलिस ने यह साफ संदेश दिया है कि मादक पदार्थों की तस्करी में शामिल किसी भी अपराधी को बख्शा नहीं जाएगा।

ब्यूरो रिपोर्ट अजीत यादव