बिहटा।
पांच दिनों तक दिमागी बाज़ीगरी और रोमांचक मुकाबलों के बाद सीबीएसई ज़ोनल शतरंज चैंपियनशिप 2025 का परदा रविवार को बिहटा में उतर गया। 20 से 24 अगस्त तक माउंट लिट्रा ज़ी स्कूल, बिहटा ने जिस स्तर पर इस आयोजन की मेज़बानी की, उसने पूरे क्षेत्र को गौरवान्वित कर दिया। पहली बार बिहार में इतने बड़े पैमाने पर शतरंज की ऐसी प्रतिस्पर्धा देखी गई, जिसमें बिहार, उत्तर प्रदेश और झारखंड से आए एक हज़ार से अधिक खिलाड़ियों ने अपनी अनोखी चालों से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। अंडर-11, अंडर-14, अंडर-17 और अंडर-19 वर्गों में हर बाज़ी इतनी संघर्षपूर्ण रही कि दर्शक कुर्सियों से चिपककर सांसें रोक मुकाबले देखते रहे।

पदक तालिका में उत्तर प्रदेश ने बाज़ी मारी। वाराणसी के सनबीम स्कूल और लहरतारा के खिलाड़ियों ने कई वर्गों में स्वर्ण जीतकर वर्चस्व कायम किया। वहीं अंडर-11 गर्ल्स में खेलगांव पब्लिक स्कूल और डीपीएस रांची की छात्राओं ने भी बेहतरीन प्रदर्शन किया। सुबह से शाम तक चले मैचों ने बिहटा के लोगों को पहली बार अंतरज़िला ही नहीं, बल्कि अंतरराज्यीय स्तर की प्रतियोगिता का अनुभव कराया। उद्घाटन से लेकर समापन तक हर दिन माहौल ऊर्जा और उत्साह से सराबोर रहा। रविवार को जब विजेताओं को मेडल और ट्रॉफियां दी गईं तो सभागार तालियों की गूंज से भर उठा।

स्कूल निदेशक नवीन कुमार ने इसे बिहटा की ऐतिहासिक उपलब्धि करार दिया, वहीं प्राचार्य कुमार रवि प्रकाश का कहना था कि यह प्रतियोगिता केवल खेल नहीं बल्कि अनुशासन और एकाग्रता की पाठशाला रही। आयोजन समन्वयक मृणाल रंजन वेसुआ की व्यवस्थाओं की भी खूब सराहना हुई। खेलों के बीच आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम और बिहटा की मेहमाननवाज़ी ने प्रतिभागियों का दिल जीत लिया। कुल मिलाकर माउंट लिट्रा ज़ी स्कूल ने साबित कर दिया कि अब वह सिर्फ शिक्षा ही नहीं, खेल के क्षेत्र में भी राष्ट्रीय मंच पर पहचान बनाने को तैयार है।

ब्यूरो रिपोर्ट निशांत कुमार