
पटना।
राष्ट्रीय एंटी-रैगिंग सप्ताह 2025 के दूसरे दिन एम्स पटना परिसर में मंगलवार को एक प्रभावशाली जागरूकता रैली निकाली गई। कॉलेज भवन और हॉस्टल प्रांगण से शुरू हुई यह रैली प्रशासनिक ब्लॉक तक पहुंची, जहां छात्रों और शिक्षकों ने मिलकर रैगिंग के खिलाफ एकजुटता दिखाई।
रैली में ट्रॉमा एवं इमरजेंसी विभागाध्यक्ष डॉ. अनिल कुमार, बायोकेमिस्ट्री विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. सुशील कुमार, त्वचा रोग विभागाध्यक्ष डॉ. श्वेतनलिना प्रधान और प्रसूति एवं स्त्री रोग विभाग की असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. सुद्विता सिन्हा शामिल रहीं। वरिष्ठ चिकित्सकों ने छात्रों को न केवल रैगिंग से दूरी बनाने बल्कि आपसी सम्मान और स्वस्थ वातावरण बनाए रखने की प्रेरणा दी।
एंटी-रैगिंग कमेटी के सदस्य डॉ. हंसमुख जैन, कृष्णा वेरी और सत्यकला ने भी छात्रों को रैगिंग मुक्त कैंपस की दिशा में सक्रिय भूमिका निभाने का आह्वान किया। रैली में सैकड़ों नर्सिंग छात्र शामिल हुए, जिन्होंने पूरे जोश के साथ नारों से माहौल गूंजा दिया —
“पढ़ाई नहीं करोगे तो हो जाओगे फेल, रैगिंग करोगे तो जाओगे जेल।”
“एक दो तीन चार, रैगिंग करने वाले हो जाओ खबरदार।”
“रैगिंग मुक्त कैंपस – हमारा अभियान, एम्स पटना की यही पहचान।”
जोशीले नारों और उत्साहपूर्ण भागीदारी ने पूरे कैंपस में जागरूकता का माहौल बना दिया। कार्यक्रम के अंत में सभी ने सामूहिक फोटो खिंचवाया और एम्स पटना को पूरी तरह रैगिंग मुक्त बनाने की शपथ ली।
ब्यूरो रिपोर्ट अजीत यादव