दानापुर।

बेली रोड से खगौल तक और उससे सटे मोहल्लों में इन दिनों बारिश का पानी कहर बरपा रहा है। आईपीएस मोड़ से जुड़ने वाले कई लिंक रोड और कॉलोनियां पूरी तरह जलमग्न हैं। आरपीएस, विजय विहार, एलआईसी कॉलोनी, मानसरोवर, महावीर कॉलोनी, आरपीएस महिला कॉलोनी, आरपीएस लॉ कॉलेज के पिछवाड़े का इलाका और रूपसपुर न्यू थाना के आसपास का क्षेत्र पिछले कई दिनों से गहरे पानी में डूबा है।

स्थानीय नागरिकों का आरोप है कि हर साल की तरह इस बार भी बरसात से पहले जल निकासी पंप नहीं लगाए गए। नतीजतन, पानी घरों और अपार्टमेंट के बेसमेंट तक घुस गया। गलियां तालाब में तब्दील हो गईं, कीचड़ और गंदे पानी के बीच लोगों को आने-जाने में भारी दिक्कत हो रही है। कई जगह वाहन पलटने और लोगों के घायल होने की घटनाएं भी सामने आई हैं।

स्वास्थ्य संकट का खतरा भी मंडरा रहा है। खटाल और डेयरी से बहने वाला गंदा पानी पूरे इलाके में फैलकर बदबू और संक्रमण का माहौल बना रहा है। मां मैरेज हॉल के संचालक विद्यानंद रघुराम पुरी ने बताया—“पानी घुसने से फर्नीचर, सजावट और इलेक्ट्रॉनिक सामान पूरी तरह नष्ट हो गया। लाखों का नुकसान हो गया, जबकि टैक्स समय पर देते हैं। बारिश से पहले जल निकासी होती, तो यह हालात नहीं होते।”

लोगों का कहना है कि प्रशासन सिर्फ कागजों पर पानी निकासी का दावा करता है, हकीकत में हाल जस की तस है। अब पंप से पानी निकालने की कोशिश हो रही है, लेकिन तब जब घरों का सामान बर्बाद हो चुका है।

स्थानीय समाजसेवियों के अनुसार, यह क्षेत्र नगर परिषद, नगर निगम और नगर पालिका के सीमावर्ती हिस्से में आता है, जिससे जिम्मेदारी तय नहीं हो पाती। वार्ड पार्षद की खामोशी और नगर प्रशासन की निष्क्रियता ने लोगों के आक्रोश को और बढ़ा दिया है। लगातार बारिश के बीच जलजमाव अब केवल असुविधा नहीं, बल्कि जनस्वास्थ्य के लिए गंभीर खतरा बन गया है।

ब्यूरो रिपोर्ट अजीत यादव