फुलवारी शरीफ।
फुलवारी शरीफ थाना क्षेत्र के खलीलपुरा मोहल्ले में मंगलवार सुबह करंट लगने से 10 वर्षीय मासूम मोहम्मद आसिफ रज़ा की दर्दनाक मौत हो गई। आसिफ रोज़ की तरह प्राथमिक विद्यालय खलीलपुरा जाने के लिए घर से निकला था, लेकिन रास्ते में जलजमाव के बीच गिरे बिजली के तार में दौड़ रहे करंट की चपेट में आ गया। चंद पलों में मासूम की तड़प-तड़प कर मौत हो गई। स्थानीय लोगों ने बताया कि सोमवार की बारिश के दौरान आर.के. नगर इलाके में बिजली का तार टूटकर पानी में गिरा था, जिसकी जानकारी बिजली विभाग को समय रहते दे दी गई थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई।

आसिफ रज़ा सात भाई-बहनों में तीसरे नंबर का था। उसकी मां नर्गिस ने उसे हल्का नाश्ता कराकर स्कूल भेजा था और खुद रसोई में दोपहर का भोजन तैयार कर रही थीं। लेकिन जब मोहल्ले के लोगों से बेटे की मौत की खबर मिली, तो वह बेसुध होकर गिर पड़ीं। खलीलपुरा में मातम पसरा हुआ है। महिलाओं की चीख-पुकार और बच्चों की सिसकियों से पूरा माहौल ग़मगीन हो गया। लोगों का आक्रोश बिजली विभाग की लापरवाही को लेकर फूट पड़ा है।

गौर करने वाली बात यह है कि ठीक एक दिन पहले ही फुलवारी शरीफ के ईसापुर स्थित अमरूदी बगीचा में करंट की चपेट में आकर एक ही परिवार के चार बच्चे गंभीर रूप से झुलस चुके हैं, जिनका इलाज फिलहाल अस्पताल में चल रहा है। वहीं फुलवारी शरीफ के ग्यास नगर, लाल मियां की दरगाह, आर.के. नगर और ईसापुर समेत दर्जनों इलाकों में बिजली की बदहाल व्यवस्था जानलेवा बन गई है। जगह-जगह खुले तार, झूलते पोल और बेतरतीब वायरिंग से जान जोखिम में है। लोग बांस-बल्लों से तार ऊपर उठाकर किसी तरह बिजली की आपूर्ति कर रहे हैं।

स्थानीय निवासियों का कहना है कि कई बार बिजली विभाग को लिखित और मौखिक शिकायत दी गई, लेकिन कोई समाधान नहीं हुआ। अब खौफ और गुस्से से भरे लोगों ने मांग की है कि इस लापरवाही के लिए जिम्मेदार अधिकारियों पर गैर इरादतन हत्या का केस दर्ज किया जाए और पूरे क्षेत्र में बिजली की व्यवस्था को त्वरित प्रभाव से सुधारा जाए। सवाल यह है कि क्या प्रशासन अगली मौत के इंतजार में है, या अब जागेगा?

ब्यूरो रिपोर्ट अजीत यादव