
फुलवारी शरीफ।
महावीर कैंसर संस्थान में रक्त कैंसर के इलाज और नवीनतम तकनीकों को लेकर आयोजित सीएमई सेमिनार में देशभर के नामचीन कैंसर विशेषज्ञों ने हिस्सा लिया। कार्यक्रम का शुभारंभ अनिता कुणाल और अन्य अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलन कर किया गया। इस अवसर पर बोन मैरो ट्रांसप्लांट (बीएमटी) से ठीक हो चुके 50 से अधिक मरीजों को सम्मानित किया गया। महावीर स्थान न्यास समिति के सदस्य सायन कुणाल भी कार्यक्रम में मौजूद थे।
संस्थान की चिकित्सा निदेशक एवं मेडिकल ऑन्कोलॉजी विभाग की प्रमुख डॉ. मनीषा सिंह ने रक्त कैंसर की जटिलताओं और संस्थान की अत्याधुनिक सुविधाओं पर विस्तार से चर्चा की। चिकित्सा अधीक्षक डॉ. एल. बी. सिंह ने जानकारी दी कि संस्थान में बीएमटी की सुविधा पहले से उपलब्ध है और 15 अगस्त से एलोजेनिक बीएमटी सेवा भी शुरू की जाएगी। उन्होंने आचार्य किशोर कुणाल को याद करते हुए बताया कि ‘महावीर कुणाल किशोर बाल कैंसर अस्पताल’ अगले वर्ष उनकी पुण्यतिथि तक शुरू कर दिया जाएगा।

नई दिल्ली से आए बीएमटी विशेषज्ञ डॉ. राहुल भार्गव ने एलोजेनिक बीएमटी तकनीक में सहयोग का आश्वासन दिया और अप्लास्टिक एनीमिया के इलाज पर व्याख्यान दिया। वरिष्ठ ऑन्कोलॉजिस्ट डॉ. अविनाश उपाध्याय ने बताया कि संस्थान में एपीएमएल प्रकार के रक्त कैंसर के इलाज से अब तक 20 से अधिक मरीज पूरी तरह ठीक हो चुके हैं। रोशन आरा और हिना ने आयोजन में सक्रिय भूमिका निभाई, जबकि धन्यवाद ज्ञापन डॉ. एल. बी. सिंह ने किया।
सेमिनार में शामिल अन्य विशेषज्ञों में डॉ. अभिषेक राज (फरीदाबाद), डॉ. सिद्धार्थ शर्मा (नई दिल्ली), डॉ. मुकेश भारती (दरभंगा), डॉ. सुधाकर सिंह, डॉ. गौरव कुमार (मुजफ्फरपुर), डॉ. रिशु, डॉ. रूची सिन्हा, डॉ. तान्या (एम्स पटना), डॉ. रश्मी सिंह, डॉ. राजन, डॉ. रवि व्याहुत, डॉ. आकांक्षा सिंह (पीएमसीएच), डॉ. दिनेश कुमार सिन्हा, डॉ. ऋचा माधवी, डॉ. श्रद्धा राज, डॉ. कुणाल, डॉ. सीमा देवी (आईजीआईएमएस), डॉ. निशांत गौरव, डॉ. अमरेन्द्र अमर (मेदांता), डॉ. शेखर केशरी (पारस), डॉ. अनिता कुमारी (एनएमसीएच), डॉ. विश्वजीत सन्याल, डॉ. सी. खंडेलवाल, डॉ. विनिता त्रिवेदी, डॉ. अशोक कुमार घोष, डॉ. रीता रानी, डॉ. ऋचा चौहान, डॉ. उषा सिंह, डॉ. मुकुल मिश्रा, डॉ. खुर्शीद मल्लिक, डॉ. अमित, डॉ. अन्नु सहित कई अन्य विशेषज्ञ मौजूद रहे।
ब्यूरो रिपोर्ट अजीत यादव