पटना।

‘नेशनल फ्लैग एडॉप्शन डे’ के अवसर पर राष्ट्रीय सेवा योजना (NSS) के पूर्व स्वयंसेवक सिद्धार्थ भारद्वाज ने एक अनूठी पहल करते हुए बिहार राज्य योजना बोर्ड के सलाहकार व वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी विकास वैभव को राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा और प्रतीक चिह्न भेंट कर उन्हें सम्मानित किया। यह आत्मीय क्षण मंगलवार को उनके कार्यालय परिसर में तब दर्ज हुआ, जब सिद्धार्थ ने पूरे सम्मान के साथ तिरंगे को विकास वैभव के हाथों सौंपा और 22 जुलाई की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि को साझा किया।


सिद्धार्थ भारद्वाज ने बताया कि ठीक इसी दिन, 22 जुलाई 1947 को भारत की संविधान सभा ने सर्वसम्मति से तिरंगे को देश के राष्ट्रीय ध्वज के रूप में अपनाया था। “हमारा तिरंगा, स्वतंत्रता संग्राम की लहर बनकर उभरा, जिसे महान स्वतंत्रता सेनानी पिंगली वेंकैया ने डिज़ाइन किया था। यह महज एक कपड़े का टुकड़ा नहीं, बल्कि यह हमारी आज़ादी, आत्मगौरव और अस्मिता का प्रतीक है,” सिद्धार्थ ने भावनात्मक लहज़े में कहा।

आईजी विकास वैभव ने तिरंगा स्वीकार करते हुए सिद्धार्थ भारद्वाज को श्रीमद्भगवद गीता भेंट की और उन्हें आत्मबल, धैर्य व ज्ञान के मार्ग पर सतत आगे बढ़ते रहने की प्रेरणा दी। उन्होंने कहा, “तिरंगे को हाथ में लेना केवल सम्मान की बात नहीं, बल्कि यह संकल्प का प्रतीक है कि हम देश और संविधान के मूल मूल्यों की रक्षा में जीवन समर्पित करेंगे।” इस भावपूर्ण क्षण में राष्ट्रीयता का गर्व हर चेहरे पर स्पष्ट झलक रहा था।

ब्यूरो रिपोर्ट