बिहटा।
बिहटा स्थित बिहार गृह रक्षा वाहिनी के केन्द्रीय प्रशिक्षण संस्थान में 120 दिवसीय बुनियादी प्रशिक्षण का समापन गुरुवार को गरिमामय पारण परेड के साथ हुआ। यह प्रशिक्षण 20 मार्च 2025 से शुरू हुआ था, जिसमें राज्य के 12 जिलों—सितामढ़ी, छपरा, मधुबनी, गया, समस्तीपुर, नवादा, गोपालगंज, पटना, बेगूसराय, शेखपुरा, लखीसराय एवं नालंदा से चयनित 171 प्रशिक्षु गृह रक्षकों ने भाग लिया।

समापन समारोह की अध्यक्षता समादेष्टा डॉ. अशोक कुमार प्रसाद ने की, जबकि मुख्य अतिथि के रूप में उप-महासमादेष्टा जयंत प्रताप सिंह मौजूद रहे। कार्यक्रम की शुरुआत शहीद स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित कर की गई। उप-महासमादेष्टा ने प्रशिक्षुओं को शपथ दिलाई और देश सेवा, कर्तव्यपरायणता और अनुशासन के महत्व पर जोर दिया।

समादेष्टा डॉ. प्रसाद ने अपने संबोधन में गृह रक्षा वाहिनी की भूमिका को समाज और आपदा की घड़ी में अहम बताते हुए प्रशिक्षण के व्यापक उद्देश्यों पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि यह प्रशिक्षण अब सिर्फ परेड या हथियार चलाना भर नहीं रहा, बल्कि इसमें आपदा प्रबंधन, भीड़ नियंत्रण, अग्निशमन, यातायात संचालन और मानसिक मजबूती जैसे पहलू भी शामिल किए गए हैं।

प्रशिक्षण को और अधिक प्रभावी बनाने हेतु NDRF, अग्निशमन सेवा, सिविल डिफेंस और यातायात पुलिस सहित कई विशेषज्ञ संस्थानों से अनुभवी प्रशिक्षकों की सेवाएं ली गईं। वहीं, प्रशिक्षुओं के सर्वांगीण विकास के लिए योग, दौड़, शारीरिक व्यायाम और निहत्थी लड़ाई को दैनिक कार्यक्रम का हिस्सा बनाया गया।

समारोह में कम्पनी कमांडर रीता देवी, धर्मेन्द्र कुमार, सिपाही विनीत कुमार झा, आर्मी से रिटायर्ड सूबेदार प्रशिक्षक समेत कई अधिकारी व अतिथि उपस्थित रहे। समादेष्टा डॉ. अशोक कुमार प्रसाद ने इस अवसर पर भरोसा दिलाया कि आने वाले समय में प्रशिक्षण संस्थान को और अधिक आधुनिक और संसाधन-संपन्न बनाया जाएगा।

ब्यूरो रिपोर्ट