
पटना।
पटना के बेऊर थाना क्षेत्र स्थित हरनी चक गांव में बीते वर्ष मखदूमपुर निवासी कुंदन कुमार (उम्र 35) की रहस्यमय मौत अब हत्या साबित हो गई है। 14 अक्टूबर 2024 की रात कुंदन को उसके दोस्त विकास कुमार ने चचेरे भाई उत्तम कुमार की बर्थडे पार्टी में बुलाया था। पार्टी में शराब और लड़की की व्यवस्था का झांसा देकर कुंदन को हरनी चक लाया गया, जहां उसकी संदिग्ध हालात में मौत हो गई। शुरुआत में दावा किया गया कि वह सीढ़ियों से गिरकर मरा है, लेकिन जब परिजन मौके पर पहुंचे तो कुंदन का शव एक कमरे में पड़ा मिला।
शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया, जिसके बाद आई रिपोर्ट ने पूरे मामले का रुख बदल दिया। रिपोर्ट में साफ तौर पर सल्फास ज़हर दिए जाने की पुष्टि हुई। एफएसएल जांच से भी इसकी पुष्टि हो गई, जिसके बाद पुलिस ने मामला दुर्घटना से बदलकर हत्या में दर्ज किया और छानबीन शुरू की। जांच के क्रम में कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए, जिससे साफ हुआ कि यह कोई साधारण हादसा नहीं बल्कि सुनियोजित हत्या थी।
बेऊर थानाध्यक्ष अमरेंद्र कुमार शाह ने बताया कि इस हत्या में तीन लोगों की संलिप्तता सामने आई है। मृतक कुंदन के चचेरे भाई उत्तम कुमार, एयरपोर्ट में कार्यरत विकास कुमार और मखदूमपुर निवासी लकी कुमार उर्फ डॉ. लकी (जो खुद को डेंटिस्ट बताता है) को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। तीनों ने कुंदन से पूर्व में रुपए उधार लिए थे, जिसे लौटाने से बचने के लिए उन्होंने कुंदन की हत्या की साजिश रची।
पुलिस की प्रारंभिक जांच में यह भी सामने आया है कि बर्थडे पार्टी महज एक बहाना थी और इसे केवल कुंदन को फांसने के लिए आयोजित किया गया था। सल्फास ज़हर को खाने में मिलाकर कुंदन को मारा गया। थानाध्यक्ष के अनुसार, यह एक गहरी साजिश है, जिसमें और भी लोगों की संलिप्तता हो सकती है। पुलिस मामले की गहराई से जांच कर रही है और आगे की कार्रवाई जारी है।
ब्यूरो रिपोर्ट अजीत यादव