
बिहटा (पटना)।
नेशनल डॉक्टर्स डे के अवसर पर बिहटा पब्लिक स्कूल, किशुनपुर की ओर से क्षेत्र के नामचीन चिकित्सकों को उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए सम्मानित किया गया। विद्यालय के प्राचार्य डॉ. उदय कुमार सिंह के नेतृत्व में शिक्षकों और छात्राओं की एक टीम ने विभिन्न डॉक्टरों के क्लिनिक एवं अस्पताल पहुंचकर उन्हें पुष्पगुच्छ, अंगवस्त्र और प्रशस्ति पत्र भेंट कर सम्मानित किया। इस दौरान प्राचार्य ने कहा कि डॉक्टर धरती पर भगवान का दूसरा रूप हैं, जिनकी सेवा अमूल्य है और समाज इनके योगदान का सदैव ऋणी रहेगा।

कार्यक्रम की शुरुआत ईएसआईसी अस्पताल, बिहटा से हुई, जहां डीन डॉ. विमल कुमार विश्वास को सम्मानित किया गया। डॉ. विश्वास पिछले कई वर्षों से इस अस्पताल में अपनी सेवाएं दे रहे हैं और उनके नेतृत्व में अस्पताल में स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता में उल्लेखनीय सुधार हुआ है। डॉ. उदय कुमार ने उन्हें सम्मानित करते हुए कहा कि ईएसआईसी अस्पताल सिर्फ बिहटा ही नहीं, बल्कि पूरे बिहार के लिए एक वरदान साबित हो रहा है, जिसमें डॉ. विश्वास की कार्यशैली और कुशल प्रबंधन की अहम भूमिका रही है।
इसके पश्चात टीम ने बिहटा के वरिष्ठ और लोकप्रिय चिकित्सक डॉ. ललित मोहन शर्मा को भी सम्मानित किया। डॉ. उदय कुमार ने कहा कि डॉ. ललित मोहन शर्मा बिहटा की चिकित्सा व्यवस्था की एक जीती-जागती विरासत हैं। जब इस इलाके में स्वास्थ्य सेवाओं का अभाव था, तब डॉ. शर्मा ने लोगों को दिन-रात सेवा दी। उनका योगदान बिहटा की सामाजिक संरचना और स्वास्थ्य सुरक्षा में बेहद अहम है। वह आज भी निस्वार्थ भाव से लोगों का इलाज कर रहे हैं।
सम्मान समारोह के अंतर्गत अन्य स्थानीय डॉक्टरों को भी सम्मानित किया गया। इस अवसर पर विद्यालय की शिक्षिका करिश्मा सिंह तथा छात्राएं शिखा कुमारी, अमीरा अहमद, अदिति कुमारी, ख़ुशी कुमारी, प्रीति कुमारी और रिया कुमारी भी उपस्थित रहीं। डॉ. उदय ने सभी डॉक्टरों को धन्यवाद देते हुए कहा कि इनकी सेवा से ही बिहटा जैसे क्षेत्र में लोगों को समय पर इलाज की सुविधा उपलब्ध हो पाती है, अन्यथा छोटी-छोटी समस्याओं के लिए लोगों को पटना जाना पड़ता। समाज में इन चिकित्सकों की भूमिका अतुलनीय है।
ब्यूरो रिपोर्ट