पटना।

जिलाधिकारी डॉ. त्यागराजन एस.एम. की अध्यक्षता में शुक्रवार को कृषि टास्क फोर्स की अहम बैठक हुई, जिसमें जिले के कृषि, आत्मा, पशुपालन, मत्स्य, गव्य विकास, उद्यान, नलकूप और कैनाल से जुड़े विभागीय अधिकारियों ने भाग लिया। डीएम ने स्पष्ट निर्देश दिया कि सरकार की सभी कृषि योजनाओं का लाभ लक्षित किसानों तक हर हाल में पहुंचे और कोई पात्र किसान योजना से वंचित न रह जाए। उन्होंने आपसी समन्वय के साथ योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन पर जोर दिया और उप विकास आयुक्त को योजनाओं की प्रगति का नियमित अनुश्रवण करने को कहा।

बैठक में वर्षापात की स्थिति, फसल आच्छादन, उर्वरक की मांग और आपूर्ति, राजकीय नलकूपों की वर्तमान स्थिति, यांत्रीकरण और विभागीय समन्वय जैसे बिंदुओं पर विस्तार से चर्चा की गई। जिला सांख्यिकी पदाधिकारी को वर्षा के आंकड़ों पर नजर रखने, वहीं कृषि पदाधिकारी को प्रखंडवार फसल आच्छादन की मॉनिटरिंग का निर्देश मिला। जिलाधिकारी ने उर्वरक की उपलब्धता सुनिश्चित करने को कहा और सभी अनुमंडल अधिकारियों को उर्वरक की कालाबाजारी पर सख्ती से कार्रवाई करते हुए नियमित छापेमारी के आदेश दिए।

डीएम ने नलकूपों की खराब हालत पर चिंता जताई। बैठक में जानकारी दी गई कि जिले में कुल 886 नलकूप हैं, जिनमें 534 ही कार्यरत हैं, जबकि 352 नलकूप विभिन्न तकनीकी कारणों से बंद पड़े हैं। इनमें 120 यांत्रिक दोष, 84 विद्युत दोष, 113 संयुक्त दोष और 22 अन्य कारणों से बंद हैं। लघु सिंचाई प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता को इनकी मरम्मत और क्रियाशीलता बहाल करने को कहा गया। वहीं सोन नहर प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता की बैठक में अनुपस्थिति पर नाराजगी जताते हुए जिलाधिकारी ने उनका वेतन रोकते हुए स्पष्टीकरण मांगा। डीएम ने सभी पदाधिकारियों को चेताया कि किसानों को सुविधाएं दिलाने में कोई कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

ब्यूरो रिपोर्ट