
पटना।
बिहार में तेज आंधी और बारिश के बाद जगह-जगह बिजली आपूर्ति चरमरा गई। हालात को गंभीरता से लेते हुए शुक्रवार को विद्युत भवन, पटना में ऊर्जा विभाग की हाई लेवल बैठक बुलाई गई। बैठक की अध्यक्षता खुद विभाग के सचिव और पावर होल्डिंग कंपनी के चेयरमैन-सह-एमडी पंकज कुमार पाल ने की। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के ज़रिए उत्तर और दक्षिण बिहार के तमाम अभियंताओं और अफसरों को जोड़ा गया।
बैठक में सचिव पंकज पाल ने साफ कहा कि हर हाल में बिजली बहाली को प्राथमिकता दी जाए। जहां कहीं जरूरी उपकरणों की कमी है, उसकी जानकारी तुरंत मुख्यालय को भेजी जाए ताकि देरी न हो। उन्होंने चेताया कि ऑपरेशन और मेंटेनेंस मैनुअल का अक्षरशः पालन हो—लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। अधिकारियों से उपभोक्ताओं के साथ संवेदनशील व्यवहार करने की हिदायत दी गई, साथ ही जनप्रतिनिधियों की शिकायतों को ‘टॉप प्रायोरिटी’ पर हल करने का निर्देश मिला।
बैठक के दौरान पूरे राज्य के पावर सब-स्टेशन, 33 केवी और 11 केवी ट्रांसफॉर्मर से लेकर एलटी लाइन की रिस्टोरेशन प्रक्रिया की गहन समीक्षा हुई। सचिव ने खासतौर पर उपभोक्ता संतुष्टि को लेकर सख्ती दिखाई और कहा कि बिजली सेवा सिर्फ तकनीकी जिम्मेदारी नहीं, बल्कि जनसेवा है। ओएंडएम निदेशकों के साथ नॉर्थ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी के एमडी राहुल कुमार भी बैठक में मौजूद रहे।
ब्यूरो रिपोर्ट