
पटना।
पाकिस्तान सीमा से राष्ट्ररक्षा की जिम्मेदारी निभाकर लौटे भारतीय सेना के वीर सपूत सौरभ कुमार गिरि का मुरी रेलवे स्टेशन पर ऐतिहासिक और भावनात्मक स्वागत हुआ। जैसे ही वीर सौरभ ट्रेन से उतरे, स्टेशन ‘भारत माता की जय’ और ‘वंदे मातरम’ के नारों से गूंज उठा। जनसैलाब उमड़ पड़ा और हर किसी की आंखों में गर्व की चमक थी।
पटना जिले के अलावलपुर गांव निवासी सौरभ गिरि ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के दौरान भारत-पाक सीमा पर तैनात रहते हुए अद्वितीय साहस और शौर्य का प्रदर्शन किया। उनके पराक्रम ने न केवल पाकिस्तान को झुकने पर मजबूर किया, बल्कि भारत की सैन्य ताकत का डंका पूरे विश्व में बजा दिया। फिलहाल ऑपरेशन सिंदूर के स्थगन के बाद वे छुट्टी पर अपने गांव लौटे हैं।
सौरभ गिरि, वरिष्ठ पत्रकार विष्णु गिरि के पुत्र हैं और भारतीय सेना में तीरंदाजी के विशेषज्ञ खिलाड़ी के रूप में कार्यरत हैं। सीमापार तैनाती के दौरान उन्होंने जिस निष्ठा और वीरता का परिचय दिया, उससे पूरा देश गौरवान्वित है।
उनके स्वागत में मुरी स्टेशन पर लुपुंग पंचायत की मुखिया सीमा कुमारी गोंझू, भाजपा नेता राजेंद्र प्रसाद साय, अंबुज रजक, प्रकाश अग्रवाल, व्यवसाई संघ से गोपाल केडिया, दुर्गा प्रसाद अग्रवाल, गणेश साहू, हरिहर महतो, सुनंदा जयसवाल, शांति देवी, गायत्री कुमारी, रीना गिरि, विष्णु प्रिया, अशोक कुमार सिंह, तारकेश्वर महतो, नंदकिशोर साय, अविनाश महतो, दीनू चौधरी, भेंगराज प्रसाद, आरपीएफ थाना प्रभारी संजीव सिंह, जीआरपी प्रभारी संतोष सिंह, पतंजलि योग समिति के सुशोभन लाहा, के.के. महतो, भाजपा युवा नेता रजनीकांत गिरि, राजेंद्र प्रसाद महतो, सुभाष लाहा, मुकेश भगत, बिल्टू दत्ता, मानिक रवानी, अनिल कुमार साव, निशांत साहू, ब्रजेश महतो, हर्ष शर्मा, आकाश सहित दर्जनों गणमान्य नागरिक और देशभक्त उपस्थित रहे।
लोगों ने सौरभ को फूलों की मालाएं पहनाकर, मिठाइयां खिलाकर और कंधे से कंधा मिलाकर देश के सच्चे रक्षक का अभिनंदन किया। यह सिर्फ एक सैनिक का नहीं, बल्कि पूरे राष्ट्र का सम्मान था।
सौरभ गिरि जैसे जवानों के जज्बे और समर्पण को शतक न्यूज शत-शत नमन करता है।
ब्यूरो रिपोर्ट