
पटना।
भागलपुर जिले के पीरपैंती में प्रस्तावित 3×800 मेगावाट की ताप विद्युत परियोजना को लेकर कार्यवाही तेज हो गई है। बिहार स्टेट पावर जेनरेशन कंपनी लिमिटेड (बीएसपीजीसीएल) ने इस परियोजना के लिए जारी टैरिफ आधारित निविदा में कुछ जरूरी संशोधनों के लिए बिहार विद्युत विनियामक आयोग (बीईआरसी) से स्वीकृति मांगी है। इन संशोधनों की मांग प्री-बिड मीटिंग में संभावित निवेशकों और बोलीदाताओं द्वारा की गई थी, जिसे गंभीरता से लेते हुए अब अनुमोदन की प्रक्रिया को गति दी जा रही है।
इस महत्वाकांक्षी परियोजना को पहले ही राज्य मंत्रिपरिषद की मंजूरी मिल चुकी है और भूमि अधिग्रहण का काम भी पूरा हो चुका है। केंद्र सरकार ने 2024 के आम बजट में इस परियोजना की घोषणा की थी, जिससे इसके आर्थिक लाभ और व्यवहारिकता को और बल मिला है। बीएसपीजीसीएल का मानना है कि निविदा में जरूरी बदलावों से प्रतिस्पर्धा को बढ़ावा मिलेगा और निवेशकों का भरोसा भी मजबूत होगा।
राज्य के ऊर्जा सचिव पंकज कुमार पाल ने जानकारी दी कि इस परियोजना से बिहार को दीर्घकालिक ऊर्जा समाधान मिलेगा। साथ ही यह उद्योगों के विकास का मार्ग प्रशस्त करेगी और भागलपुर व आसपास के इलाकों में रोजगार के नए अवसर भी पैदा होंगे। बताया जा रहा है कि यह बिहार में अब तक की सबसे बड़ी निजी निवेश परियोजना होगी, जिससे पूरे राज्य के आर्थिक परिदृश्य में बड़ा बदलाव आने की उम्मीद है।
ब्यूरो रिपोर्ट