
ऑपरेशन सिंदूर के बाद बिहार में सियासी समीकरणों की बिसात बिछी
पटना।
देश की सीमाओं पर गरजती तोपों और ऑपरेशन सिंदूर की कामयाबी ने जहां पूरे देश को गौरवान्वित किया है, वहीं बिहार की राजनीति में भी हलचल मच गई है। सुरक्षा एजेंसियों ने राज्यभर में अलर्ट जारी कर दिया है, खासकर पटना और सीमावर्ती इलाकों में सतर्कता बढ़ा दी गई है। लेकिन असली गर्मी राजधानी पटना के सत्ता गलियारे में महसूस की जा रही है, जहां मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एनडीए के सभी घटक दलों को आज शाम 4 बजे एक ही छत के नीचे बैठने का न्योता दिया है।
नीतीश की चौसर पर एनडीए की रणनीति, बोर्ड-बिगाड़ और चुनाव की बिसात
नीतीश कुमार की बुलाई गई इस अहम बैठक को सिर्फ सुरक्षा हालात से जोड़कर देखना सियासी समझदारी नहीं होगी। असल में इस मुलाकात के केंद्र में है सत्ता का बंटवारा, बोर्ड और निगमों के पुनर्गठन की गुत्थी और आने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारी का खाका। सूत्रों की मानें तो जेडीयू, भाजपा, हम, लोजपा (रा) और उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी के दिग्गज इस सियासी चौसर पर अपने-अपने मोहरे लेकर पहुंचेंगे। बिहार की राजनीति में जब-जब नीतीश एकसाथ सबको बुलाते हैं, कोई न कोई बड़ा सियासी पेंच खुलता है — और आज की बैठक भी उसी दिशा में एक ठोस इशारा मानी जा रही है।