
आरा (भोजपुर)।
समाहरणालय सभागार, आरा में मंगलवार को मुख्यमंत्री समग्र शहरी विकास योजना की संचालन समिति की अहम बैठक आयोजित की गई। इस बैठक की अध्यक्षता पंचायती राज विभाग के मंत्री सह भोजपुर के प्रभारी मंत्री केदार प्रसाद गुप्ता ने की। बैठक में क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों से लेकर जिले के शीर्ष अधिकारी उपस्थित रहे।
बैठक में विधान पार्षद श्रीभगवान सिंह कुशवाहा, स्थानीय विधायक अमरेंद्र प्रताप सिंह, तरारी विधायक विशाल प्रशांत, अगिआंव विधायक शिव प्रकाश रंजन, जिलाधिकारी तनय सुल्तानिया, पुलिस अधीक्षक मिस्टर राज, उप विकास आयुक्त डॉ. अनुपमा सिंह, नगर आयुक्त समेत अन्य वरीय अधिकारी शामिल हुए।
बैठक की शुरुआत दीप प्रज्वलन के साथ की गई। जिलाधिकारी ने योजना के तहत चल रही योजनाओं की जानकारी देते हुए बताया कि इसका मुख्य उद्देश्य नगर निकायों के आंतरिक पथों को राष्ट्रीय राजमार्गों और पथ निर्माण विभाग की सड़कों से जोड़ना है, ताकि अधिक से अधिक आबादी को सुविधा मिले। साथ ही पर्यटन स्थलों, शैक्षणिक संस्थानों और अस्पतालों के निकटवर्ती मार्गों को प्राथमिकता देने की बात कही गई।
उन्होंने बताया कि वित्तीय वर्ष 2024-25 में जिले से 111 योजनाएं अनुशंसित की गईं, जिनमें से 90 का प्राक्कलन तैयार है और 85 को तकनीकी स्वीकृति मिल चुकी है। प्रथम चरण में 7 योजनाएं स्वीकृत हो चुकी हैं, जबकि 9 योजनाएं प्रक्रियाधीन हैं।
प्रभारी मंत्री केदार प्रसाद गुप्ता ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि योजनाओं के क्रियान्वयन में गति लाई जाए और 2025-26 के लिए प्राथमिकतावार योजनाएं जल्द से जल्द उपलब्ध कराई जाएं। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि योजनाओं के चयन में नालों की सफाई, गंदगी के निपटारे, और छोटी लेकिन जनोपयोगी योजनाओं को भी महत्व दिया जाए।
समीक्षा बैठक में संचालन समिति के सदस्यों ने अपने क्षेत्रों की समस्याएं भी साझा कीं, जिस पर प्रभारी मंत्री ने अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने दोहराया कि योजनाओं का चयन उपयोगिता के आधार पर किया जाए, न कि केवल आकार या लागत देखकर।
आगामी वित्तीय वर्ष में नगर विकास को लेकर भोजपुर में उम्मीदें बढ़ीं हैं, अब देखना होगा कि ज़मीन पर इन योजनाओं का कितना असर दिखाई देता है।
ब्यूरो रिपोर्ट अनील त्रिपाठी