
पटना।
बिहार पुलिस विभाग में इस वक्त बड़ी हलचल मची हुई है। राज्य सरकार ने एक झटके में करीब 20 हजार सिपाहियों का तबादला कर दिया है। बताया जा रहा है कि ये तबादले पूरी तरह से कंप्यूटर के जरिए रैंडम तरीके से किए गए हैं, ताकि पारदर्शिता बनी रहे। जिन सिपाहियों ने किसी एक जिले में चार साल और किसी जोन में आठ साल की सेवा पूरी कर ली थी, उन्हें अब नए जिलों में भेजा जा रहा है।
इस तबादले को लेकर हाल ही में हुई एक उच्चस्तरीय बैठक के बाद गृह विभाग ने आदेश जारी कर दिए हैं। सिपाहियों को साफ निर्देश दिया गया है कि उन्हें 15 दिनों के भीतर अपनी मौजूदा पोस्टिंग से रिलीव होकर नए स्थान पर योगदान देना होगा। हालांकि जो पुलिसकर्मी फिलहाल किसी वीआईपी ड्यूटी या अंगरक्षक के रूप में प्रतिनियुक्त हैं, उनका तबादला अस्थायी रूप से रोका गया है।
चुनाव से पहले सरकार ने इस बड़े प्रशासनिक कदम के ज़रिए साफ संकेत दे दिया है कि वह कानून-व्यवस्था के मोर्चे पर कोई ढिलाई नहीं बरतना चाहती। लगभग 19,858 सिपाहियों का एक साथ तबादला करके सरकार ने न केवल पुलिस व्यवस्था में ताजगी लाने की कोशिश की है, बल्कि लंबे समय से अटके ट्रांसफर को भी अंजाम दिया है। इससे जिले स्तर पर पुलिसिंग की कार्यशैली में भी बड़ा बदलाव देखने को मिल सकता है।
ब्यूरो रिपोर्ट