
बिहटा।
बिहटा स्थित नेताजी सुभाष मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (NSMCH) में शनिवार को एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। यह कार्यशाला “गुड क्लिनिकल प्रैक्टिस” (GCP) विषय पर फार्माकोलॉजी विभाग द्वारा क्लिनिकल रिसर्च एथिक्स कमेटी के सहयोग से आयोजित की गई। कार्यशाला का उद्घाटन दीप प्रज्वलन के साथ संस्थान के निदेशक कृष्ण मुरारी, प्राचार्य डॉ. अशोक शरण, डीन डॉ. हरिहर दीक्षित समेत देशभर से आए विशेषज्ञ डॉक्टरों ने संयुक्त रूप से किया।
कार्यक्रम में देश के प्रतिष्ठित मेडिकल संस्थानों से आए विशेषज्ञों ने GCP से जुड़े विभिन्न पहलुओं जैसे – नैतिक मानकों का पालन, मरीजों की सुरक्षा, डेटा की गोपनीयता, और नैतिक समीक्षाओं पर विस्तार से चर्चा की। छात्रों को शोध के दौरान किन बातों का ध्यान रखना चाहिए, इस पर भी गहन मार्गदर्शन दिया गया। विशेष रूप से एमडी/एमएस के छात्रों को थीसिस से जुड़ी बारीकियों को समझाया गया, ताकि वे अपने रिसर्च में नैतिक और वैज्ञानिक गुणवत्ता बनाए रख सकें।
संस्थान के निदेशक कृष्ण मुरारी ने कहा, “चिकित्सा शिक्षा के क्षेत्र में नैतिकता और गुणवत्ता का विशेष महत्व है। इस तरह की कार्यशालाएं छात्रों को न केवल शोध के तकनीकी पक्ष समझाती हैं, बल्कि उन्हें एक जिम्मेदार चिकित्सक बनने की दिशा में भी प्रेरित करती हैं। हम ऐसे आयोजनों को भविष्य में भी जारी रखेंगे।”
कार्यशाला में पीजी छात्रों, फैकल्टी सदस्यों और रिसर्च स्कॉलर्स ने बढ़-चढ़कर भाग लिया। अंत में सभी प्रतिभागियों को प्रमाण-पत्र देकर सम्मानित किया गया और अतिथियों का विशेष रूप से धन्यवाद ज्ञापित किया गया। यह कार्यशाला चिकित्सा अनुसंधान में नैतिकता और गुणवत्ता को बढ़ावा देने की दिशा में एक सराहनीय प्रयास के रूप में देखा जा रहा है।
ब्यूरो रिपोर्ट