बिहटा।
बिहटा स्थित नेताजी सुभाष इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (एनएसआईटी) में दो दिवसीय टेक्नोफेस्ट ‘क्रस्ट फिएस्टा 2के 25’ का शुभारंभ भव्य समारोह के साथ हुआ। कार्यक्रम का उद्घाटन आईआईटी पटना के निदेशक प्रो. टीएन सिंह, एनएसएमसीएच के निदेशक कृष्ण मुरारी सिंह, एनएसआईटी के प्राचार्य अशोक शरण और रजिस्ट्रार पवन सिंह ने संयुक्त रूप से राष्ट्रीय गान, दीप प्रज्वलन और साईंनाथ एवं नेताजी सुभाष चंद्र बोस को पुष्पांजलि अर्पित कर किया।

आईआईटी पटना के निदेशक प्रो. टीएन सिंह


इस अवसर पर प्रो. टीएन सिंह ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए टेक्नोफेस्ट जैसे आयोजनों को सर्वांगीण विकास का माध्यम बताया। उन्होंने कहा कि “संगीत केवल एक कला नहीं, बल्कि यह विद्यार्थियों को संस्कारों से जोड़ने का सशक्त माध्यम है। यह मानसिक, शारीरिक, सामाजिक और आध्यात्मिक स्तर पर युवाओं को संबल प्रदान करता है।” उन्होंने भारत की प्राचीन शिक्षण परंपरा का उल्लेख करते हुए कहा कि “कम संसाधनों में भी जब तप और साधना से ज्ञान की प्राप्ति होती थी, तो आज आधुनिक संसाधनों से हम विश्व गुरु बनने की ओर तेजी से अग्रसर हैं।”

एनएसएमसीएच के निदेशक कृष्ण मुरारी सिंह

एनएसएमसीएच के निदेशक कृष्ण मुरारी सिंह ने प्रतिभागियों का उत्साहवर्धन करते हुए शिक्षा को समाज की रीढ़ बताया। उन्होंने कहा, “शिक्षा की यह धुरी जितनी मजबूत होगी, समाज उतना ही सशक्त, स्वावलंबी और उन्नत होगा।” श्री सिंह ने एनएसआईटी की भूमिका की सराहना करते हुए कहा कि यह संस्थान दूरस्थ शिक्षण पद्धति के माध्यम से गुणवत्तापूर्ण उच्च शिक्षा को देश के हर कोने तक पहुंचा रहा है, जो एक उल्लेखनीय पहल है।

ब्यूरो रिपोर्ट