पटना।
वीरता, रोमांच और देशभक्ति से भरपूर दृश्य आज राजधानी पटना के आसमान में देखा गया, जब शौर्य दिवस के मौके पर भारतीय वायुसेना के लड़ाकू विमानों ने ऐसा करतब दिखाया कि हर आंख ठहर गई, हर दिल जोश से भर उठा। वीर कुंवर सिंह की जयंती पर पहली बार बिहार में आयोजित हुए इस भव्य एयर शो ने राजधानी के मरीन ड्राइव को देशभक्ति के रंगों में रंग दिया।

बिहटा एयरफोर्स स्टेशन से लेकर, दीघा, फुलवारी शरीफ, दानापुर, अनीसाबाद से लेकर कंकड़बाग, पुनपुन से लेकर खगौल समेत कई इलाकों तक लोग जहां थे, वहीं रुक गए। कोई चाय की दुकान पर था, कोई बस स्टैंड पर, तो कोई घर की छत पर। जब आसमान में जेट विमानों की गर्जना गूंजी, तो जैसे पूरा शहर कुछ पल के लिए थम गया।

शो के दौरान जब एक फाइटर प्लेन ने आसमान में तिरंगे का रंग बिखेरा और फिर उसी तिरंगे के बीच दिल बनाकर उसमें एक अन्य विमान ने “तीर” के अंदाज़ में प्रवेश किया, तो लोगों की आंखें नम हो गईं और हर तरफ़ से आवाज़ आई – “देखो-देखो जवानों ने क्या बनाया!”

बच्चे, बुज़ुर्ग, युवा – हर कोई देशभक्ति के इस अद्भुत प्रदर्शन को देखकर रोमांचित था। तालियों की गूंज के बीच लोग मोबाइल कैमरे से वीडियो बना रहे थे, तो कुछ लोग बस चुपचाप इसे आंखों में कैद कर रहे थे।

गंगा के किनारे स्थित मरीन ड्राइव से उड़ान भरते लड़ाकू विमान 1000 फीट की ऊंचाई पर 360 डिग्री की कलाबाज़ियां कर रहे थे। शो में नौ फाइटर जेट्स ने भाग लिया, जिनके करतबों ने पूरे शहर को मंत्रमुग्ध कर दिया। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी समेत हज़ारों दर्शक इस दृश्य के साक्षी बने।

हालांकि पटना के बिहटा स्थित इंडियन एयरफोर्स स्टेशन प्रत्येक वर्ष इस तरह की शौर्य और कलाबाज़ियां दिखाता रहा है, पहली बार वही एयर शो अब पटना के मरीन ड्राइव पर इतने भव्य रूप में सामने आया।

प्रशासन ने इस आयोजन के लिए विशेष तैयारी की थी। करीब दो लाख दर्शकों की संभावना को देखते हुए सुरक्षा के पुख्ता इंतज़ाम किए गए। जेपी गंगा पथ को रेड ज़ोन घोषित कर शाम चार बजे तक यातायात पूरी तरह से बंद रखा गया। साथ ही पूरे इलाके को तीन घंटे के लिए नो-फ्लाइंग ज़ोन घोषित किया गया ताकि एयर शो में कोई व्यवधान न आए।

शौर्य दिवस का यह आयोजन सिर्फ एक एयर शो नहीं था – यह था वीरता, सम्मान और देश के प्रति प्रेम का जीवंत प्रदर्शन। पटनावासियों के लिए यह दिन यादगार बन गया, जिसे लोग आने वाले वर्षों तक गर्व से याद करेंगे।

ब्यूरो रिपोर्ट अजीत यादव