
पटना।
बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर पटना में गुरुवार को महागठबंधन की अहम बैठक आयोजित की गई। करीब तीन घंटे चली इस बैठक में राजद, कांग्रेस, वाम दलों और वीआईपी पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने भाग लिया। बैठक के बाद आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने बताया कि गठबंधन ने चुनाव की रणनीति को लेकर कई अहम फैसले लिए हैं। सबसे बड़ा निर्णय समन्वय समिति के गठन का रहा, जिसकी अगुवाई खुद तेजस्वी यादव करेंगे।
तेजस्वी यादव ने मीडिया से बातचीत में कहा कि महागठबंधन अब पूरी तरह एकजुट है और सभी दलों के बीच कोई मतभेद नहीं है। उन्होंने स्पष्ट किया कि गठबंधन चुनाव में बिहार की जनता से जुड़े मुद्दों जैसे बेरोजगारी, महंगाई, पलायन और महिलाओं की सुरक्षा को लेकर सीधे संवाद करेगा। उन्होंने कहा कि अब चिंता की बात एनडीए के लिए है, क्योंकि हम पूरी तैयारी और एकजुटता के साथ मैदान में उतरने जा रहे हैं।
बैठक में कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी कृष्णा अल्लावरु ने भी स्पष्ट किया कि इंडिया गठबंधन में लीडरशिप को लेकर कोई भ्रम नहीं है। उन्होंने बताया कि गठित समन्वय समिति में हर दल से दो-दो सदस्य शामिल होंगे और यह कमेटी ही सीट बंटवारे से लेकर प्रचार अभियान, घोषणापत्र, सोशल मीडिया रणनीति और संगठनात्मक समन्वय का नेतृत्व करेगी।
महागठबंधन की इस बैठक में न्यूनतम साझा कार्यक्रम तैयार करने, जिला और प्रखंड स्तर पर संगठनात्मक तालमेल बढ़ाने और वोटर लिस्ट में गड़बड़ी रोकने जैसे मुद्दों पर भी चर्चा हुई। तेजस्वी यादव ने नीतीश सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि राज्य में कानून-व्यवस्था ध्वस्त हो चुकी है और जनता बदलाव चाहती है। महागठबंधन का लक्ष्य अब स्पष्ट है – एकजुट होकर बिहार को नई दिशा देना।
ब्यूरो रिपोर्ट