पटना में रातों-रात मौसम बना बाराती, ठंडी हवा और बारिश ने कर दी एंट्री!

पटना।
जहाँ एक ओर पटना के लोग गर्मी और उमस से बेहाल थे, वहीं आधी रात के बाद मौसम ने ऐसा रंग बदला कि जैसे किसी फिल्म में अचानक क्लाइमेक्स आ गया हो। तपती गर्मी से झुलस रही राजधानी में अचानक तेज रफ्तार ठंडी हवाओं का आगमन हुआ, जिसने शहर की फिज़ा ही बदल दी। घड़ी ने जैसे ही आधी रात का घंटा बजाया, आसमान पर काले बादलों की चादर छा गई और ठंडी हवा की थपकियों ने लोगों को राहत की सांस दी।

सुबह का नज़ारा बना ‘नेचर मूवी’ का सीन

सुबह-सुबह जब लोग नींद से जागे और खिड़की से बाहर झांका, तो नज़ारा ही कुछ और था—काले बादल, हल्की फुहारें और सिहरन पैदा करने वाली ठंडी हवा। कई घरों में पंखे बंद कर दिए गए, कुछ लोगों ने रजाई निकाल ली और कुछ तो गर्म चाय की तलाश में सीधे नुक्कड़ की दुकान पर जा पहुंचे। सोशल मीडिया पर भी लोगों ने इस मौसम के ‘सर्प्राइज गिफ्ट’ की तस्वीरें और वीडियो शेयर करना शुरू कर दिया।


शादी के सीज़न में मौसम बना मेहमान, राहत भी और आफत भी!

इस समय शादी-ब्याह का मौसम अपने पूरे शबाब पर है। ऐसे में ये अचानक आई ठंडक और बारिश एक तरफ बारातियों के लिए राहत बनकर आई है, तो दूसरी ओर दूल्हा-दुल्हन के परिवारों के लिए चिंता का कारण भी बन गई है। गर्मी से जहां लोगों को राहत मिली, वहीं कई जगहों पर बारिश ने शादी और तिलक समारोहों के डेकोरेशन और टेंट को नुकसान पहुंचाया। खुले में हो रही शादियों में पंडाल गीले हो गए, फूलों की सजावट बह गई, और मेहमानों को भीगते हुए समारोह में शामिल होना पड़ेगा। आयोजकों को भी अब ‘वेदर प्लान-B’ तैयार रखने की सलाह दी जा रही है।

मौसम विभाग का अलर्ट: ‘और भी है ड्रामा बाकी!’

पटना मौसम विज्ञान केंद्र ने सुबह 7:29 बजे ऑरेंज अलर्ट जारी किया। नालंदा, नवादा, मुंगेर जैसे जिलों में अगले कुछ घंटों में तेज़ आंधी, बारिश और वज्रपात की संभावना जताई गई है। 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली हवाएं आम जनजीवन को प्रभावित कर सकती हैं। मतलब ये कि मौसम का मिज़ाज अभी और रंग दिखाएगा!

जनजीवन और सेहत पर असर: ‘बदलते मौसम से बच के रहना’

बारिश और हवा ने जहां एक तरफ राहत दी, वहीं सड़कों पर फिसलन और जलजमाव ने आफत खड़ी कर दी। ऑफिस और स्कूल जाने वाले लोगों को खासा दिक्कत हुई। वहीं, डॉक्टरों ने चेतावनी दी है कि मौसम के अचानक बदलने से सर्दी-जुकाम और वायरल इंफेक्शन के मामले बढ़ सकते हैं, खासकर बच्चों और बुजुर्गों को अतिरिक्त सावधानी बरतनी चाहिए।


किसानों की चिंता बढ़ी: ‘बारिश नहीं, ये तो मुसीबत है’

जिन किसानों ने हाल ही में सब्जी की बुआई की है, उनके लिए यह बारिश नुकसानदेह साबित हो सकती है। खेतों में जलभराव और तेज़ हवाओं से फसल को नुकसान पहुंच सकता है। किसानों को सलाह दी गई है कि जब तक मौसम सामान्य न हो, खेतों से दूर रहें।

क्या करें, क्या न करें: ‘बिना सुरक्षा ना करें बहादुरी’

जब तक ज़रूरी न हो, घर से बाहर न निकलें।

बिजली के खंभों और ऊंचे पेड़ों से दूरी बनाए रखें।

वाहन चलाते समय धीमी गति रखें और सतर्क रहें।

बच्चों और बुजुर्गों को ठंडी हवा से बचाएं।

ताज़ा अपडेट के लिए मौसम विभाग की वेबसाइट और सोशल मीडिया पर नज़र रखें।

ब्यूरो रिपोर्ट अजीत यादव