
पटना।
पटना जिला में विधि-व्यवस्था को चाक-चौबंद बनाए रखने के उद्देश्य से जिलाधिकारी डॉ. चन्द्रशेखर सिंह और वरीय पुलिस अधीक्षक अवकाश कुमार ने संयुक्त रूप से अधिकारियों की उच्चस्तरीय बैठक की। इस बैठक में भूमि विवाद, अवैध खनन, शराब एवं बालू माफिया के खिलाफ कार्रवाई को लेकर कई निर्णायक निर्देश दिए गए। अधिकारियों से स्पष्ट कहा गया कि शिथिलता, लापरवाही या अनदेखी बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
बैठक में भूमि विवादों को प्राथमिकता से सुलझाने पर विशेष जोर दिया गया। जिलाधिकारी ने कहा कि कोई भी भूमि विवाद विधि-व्यवस्था की समस्या में न बदले, इसके लिए हर शनिवार को थानाध्यक्ष और अंचलाधिकारी की संयुक्त बैठक अनिवार्य रूप से होनी चाहिए। इन बैठकों का लेखा-जोखा भू-समाधान पोर्टल पर नियमित रूप से अपलोड किया जाए। गंभीर विवादों को भूमि विवाद पंजी में दर्ज कर शीघ्र समाधान किया जाए।
शराबबंदी कानून के प्रभावी क्रियान्वयन को लेकर जिलाधिकारी और एसएसपी ने सख्त रुख अपनाया। अधिकारियों को निर्देश दिए गए कि जब्त शराब का शीघ्र विनष्टीकरण करें और वाहनों की नीलामी की प्रक्रिया में किसी प्रकार की ढिलाई न हो। देसी शराब को 10 दिन और विदेशी शराब को 15 दिन के भीतर नष्ट करना अनिवार्य बताया गया। साथ ही, थानावार कार्रवाई की निगरानी सुनिश्चित करने को कहा गया।
खनन मामलों को लेकर भी प्रशासन ने कड़ा संदेश दिया। जिलाधिकारी ने कहा कि अवैध बालू खनन, परिवहन और भंडारण पर प्रभावी रोक लगाने के लिए विशेष अभियान चलाए जाएं। उन्होंने ड्रोन, हाई-टेक बोट और आधुनिक तकनीकों के जरिए निगरानी की बात कही। जिला खनन पदाधिकारी, परिवहन विभाग और पुलिस के बीच बेहतर समन्वय से कार्रवाई को परिणामदायक बनाने का निर्देश दिया गया।
अवैध शराब और बालू कारोबार में संलिप्त माफियाओं के खिलाफ विधिसम्मत सख्त कार्रवाई की बात दोहराई गई। डीएम ने कहा कि केवल फॉर्मेलिटी से काम नहीं चलेगा, कार्रवाई धरातल पर दिखनी चाहिए। उन्होंने सभी अधिकारियों को अलर्ट मोड पर रहने का निर्देश दिया और कहा कि प्रशासन की सक्रियता जनता के भरोसे को मजबूत करती है।
जनशिकायतों के निपटारे को लेकर जिलाधिकारी ने कहा कि केवल शिकायतों का निष्पादन काफी नहीं, समाधान पारदर्शिता और संवेदनशीलता के साथ होना चाहिए ताकि जनता को संतुष्टि हो। उन्होंने सभी पदाधिकारियों को जिम्मेदारीपूर्वक और जवाबदेही के साथ कार्य करने का संदेश दिया।
अंत में जिलाधिकारी और वरीय पुलिस अधीक्षक ने कहा कि पटना एक तेजी से विकसित होता जिला है, जहाँ विधि-व्यवस्था, शांति और जनसुविधाओं का समुचित प्रबंधन अत्यंत आवश्यक है। इसके लिए प्रशासनिक, पुलिस, राजस्व, खनन, परिवहन और उत्पाद समेत सभी विभागों को समन्वित रूप से 24×7 सक्रिय रहना होगा।
ब्यूरो रिपोर्ट