
पटना।
राजधानी पटना के बेउर थाना क्षेत्र में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां शादी के महज छह महीने बाद एक नवविवाहिता की संदिग्ध हालात में मौत हो गई। मृतका की पहचान 22 वर्षीय आरती कुमारी के रूप में हुई है, जो विद्युत कॉलोनी, पटना की रहने वाली थी। आरती की शादी छह महीने पूर्व विवेकानंद कुमार नामक युवक से हुई थी, जो बरहमपुर, बेउर का निवासी है।
मायके वालों ने आरोप लगाया है कि आरती को शादी के कुछ ही दिनों बाद से दहेज के लिए प्रताड़ित किया जाने लगा था। परिजनों का कहना है कि आरती कई बार अपने घर आई थी और उसने ससुराल में हो रही प्रताड़ना की बात साझा की थी। वह चाहती थी कि उसका वैवाहिक जीवन बना रहे, इसलिए वह बार-बार समझौता करती रही। लेकिन हालात दिन-ब-दिन बिगड़ते चले गए।
बुधवार को अचानक मायके वालों को सूचना मिली कि आरती की तबीयत खराब है। जब वे ससुराल पहुंचे तो उन्हें बताया गया कि आरती ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है। लेकिन परिजनों को इस पर विश्वास नहीं हुआ। उनका आरोप है कि आरती की हत्या कर उसे आत्महत्या का रूप देने की कोशिश की गई है।
आरती की मां ने रोते हुए कहा, “मेरी बेटी ने सब कुछ सहा, हर बात में चुप रही, लेकिन दहेज के लालचियों ने आखिर उसकी जान ले ही ली। हम उसे नहीं बचा सके।”
इस मामले में बेउर थाना अध्यक्ष विजय कुमार यादव ने बताया कि मृतका के परिजनों की तहरीर के आधार पर पति विवेकानंद कुमार, सास और देवर के खिलाफ दहेज प्रताड़ना और हत्या का मामला दर्ज किया गया है। तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है।
यह घटना एक बार फिर समाज को यह सोचने पर मजबूर कर रही है कि दहेज जैसी कुप्रथा आज भी बेटियों की जिंदगी लील रही है।
ब्यूरो रिपोर्ट अजीत यादव